Russia-Ukraine War: 10 महीने... क्या वेपंस ऑफ मास डिस्ट्रक्शन जैसे हथियारों से भरी दुनिया में किसी युद्ध के इतना लंबा खिंचने की उम्मीद की जा सकती है? जवाब ना में ही मिलेगा, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध को शुरू हुए अब 300 दिन बीत गए हैं. 10 महीने पहले 20 फरवरी को जब रूस ने पहली बार यूक्रेन की सीमा में एंट्री की थी. शायद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने भी नहीं सोचा होगा कि यूक्रेन उनकी सैन्य ताकत के सामने इतनी देर तक टिक पाएगा. हालांकि, यूक्रेन न केवल युद्ध में रूस के खिलाफ टिका रहा. बल्कि, उसने रूस की सैन्य ताकत को जमकर तबाह किया.


यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि 24 फरवरी से 21 दिसंबर 2022 के बीच उसने रूस को नाकों चने चबवा दिए हैं. यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने केविन मैकलिस्टर के एक 'कोट' को ट्वीट करते हुए लिखा है कि तुम लोग आत्मसमर्पण कर दो? या और ज्यादा प्सासे हो? दरअसल, इस ट्वीट के जरिये यूक्रेन ने रूस की सैन्य क्षमता को पहुंचाए गए नुकसान के आंकड़े साझा किए हैं. जो दावा करते हैं कि रूस को ये युद्ध बहुत ज्यादा भारी पड़ा है. आइए डालते हैं इन आंकड़ों पर एक नजर...



यूक्रेन ने तबाह की रूस की इतनी सैन्य ताकत


यूक्रेन ने रूस के साथ युद्ध लड़ते हुए अब तक उसके 1 लाख से ज्यादा सैनिकों की मौत का दावा किया है. इतना ही नहीं, यूक्रेन ने कहा कि उसकी सेना ने 3003 टैंक, 598 बख्तरबंद गाड़ियां, 1978 आर्टिलरी और 413 रॉकेट लॉन्च सिस्टम नष्ट कर दिए हैं. यूक्रेन ने 212 एयर डिफेंस सिस्टम, 283 लड़ाकू जेट, 267 हेलीकॉप्टर और 1693 ड्रोन भी तबाह करने की बात कही है. यूक्रेन ने कहा कि 653 क्रूज मिसाइल, 16 वॉरशिप और बोट, 4615 गाड़ियां और फ्यूल टैंक और 178 स्पेशल इक्विपमेंट को निशाना बनाकर उसने नेस्तनाबूद कर दिया है. यूक्रेन ने रूस की सैन्य ताकत को कमजोर करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.


अमेरिका ने यूक्रेन को फिर दिए 1.85 बिलियन के हथियार


यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को युद्ध में पश्चिमी देशों की ओर से भरपूर सैन्य मदद की जा रही है. अब तक अमेरिका ने युद्ध के बीच में यूक्रेन को 20 बिलियन डॉलर के हथियार मुहैया कराए हैं. अब एक बार फिर से अमेरिका ने यूक्रेन को 1.85 बिलियन डॉलर के हथियार दिए हैं. इन घातक हथियारों से रूस को और ज्यादा नुकसान होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. सोशल मीडिया पर इसे अमेरिका की ओर से दिया गया क्रिसमस गिफ्ट कहा जा रहा है.


जेलेंस्की ने की बाइडेन से मुलाकात


रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद पहली बार राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की विदेश दौरे पर अमेरिका पहुंचे. यहां जेलेंस्की ने अपने समकक्ष अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की. इस बैठक बाद जो बाइडेन ने कहा कि यूक्रेन कभी अकेला नहीं पड़ेगा. यूक्रेन के राष्ट्रपति अमेरिकी संसद भी पहुंचे और वहां जोरदार भाषण दिया. वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि रूस के क्रूर हमलों के बावजूद यूक्रेन नहीं गिरा. मैं अमेरिकी कांग्रेस को इस युद्ध में समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं.


बाइडेन-जेलेंस्की की मुलाकात से भड़के पुतिन
 
वोलोदिमिर जेलेंस्की और जो बाइडेन की इस मुलाकात के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन गुस्से से लाल हो गए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, क्रेमलिन के हवाले से दावा किया जा रहा है कि व्लादिमिर पुतिन ने कुछ ही हफ्तों में प्रॉफेट ऑफ डूम कही जाने वाली हाइपरसोनिक Satan-2 न्यूक्लियर मिसाइल इस्तेमाल करने की कसम ली है. दरअसल, क्रेमलिन को लगता है कि जेलेंस्की की व्हाइट हाउस की यात्रा के बाद यूक्रेन के साथ शांति का कोई मौका नहीं बचा है.


व्लादिमीर पुतिन ने सेना के अधिकारियों के साथ एक बैठक के दौरान कहा कि वो आरएस-28 सरमत मिसाइल, जिसे Satan-2 के नाम से जाना जाता है, को जनवरी में छोड़ा जा सकता है. वेपन ऑफ मास डिस्ट्रकशन के तौर पर जानी जाने वाली ये मिसाइल 16000 मील प्रति घंटे की रफ्तार से अपने निशाने को भेदती है. आसान शब्दों में कहें, तो रूस से 1600 मील दूर ब्रिटेन को तबाह करने में इसे केवल 6 मिनट लगेंगे. वैसे, सेना को नुकसान के यूक्रेनियन दावों को रूस हमेशा से ही नकारता रहा है.