Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले करीब 11 महीने से लगातार जंग जारी है. दोनों के बीच अब और घमासान युद्ध की आशंका जताई जा रही है. पश्चिमी देशों से यूक्रेन को सैन्य मदद मिल रही है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जंग में रूसी सैनिकों को खदेड़ने के लिए पश्चिमी देश यूक्रेन (Ukraine) को 300 से अधिक टैंक भेजेंगे. युद्ध में यूक्रेन के कई इलाके तबाह हो चुके हैं और राष्ट्रपति जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) लगातार पश्चिमी देशों से आधुनिक हथियार और टैक देने की गुहार लगा रहे हैं.
फ्रांस में यूक्रेन के राजदूत ने शुक्रवार (27 जनवरी) को दावा किया कि पश्चिमी देश (Western Countries) रूसी सैनिकों (Russian Army) के खिलाफ संघर्ष के लिए यूक्रेन को 321 टैंक देगा.
यूक्रेन को 300 से अधिक टैंक देंगे पश्चिमी देश
फ्रांस में यूक्रेन के राजदूत वादिम ओमेलचेंको ने फ्रेंच टीवी स्टेशन और सीएनएन सहयोगी बीएफएम टेलीविजन को बताया कि कई देशों ने यूक्रेन को 321 भारी टैंक देने के लिए आधिकारिक तौर पर अपने समझौते की पुष्टि की है. हालांकि उन्होंने यह साफ नहीं किया कि कौन से देश टैंक उपलब्ध कराएंगे या फिर ये टैंक किस तरह के मॉडल के होंगे.
अमेरिका देगा 31 अब्राम टैंक
ओमेलचेंको का यह आंकड़ा इस सप्ताह अमेरिका की ओर से यूक्रेन को 31 एम1 अब्राम टैंक देने के फैसले के बाद आया है. जर्मनी 14 लेपर्ड 2 ए6 भेजने पर सहमत हुआ है. पहले ब्रिटेन ने 14 चैलेंजर 2 टैंकों को देने की बात कही थी. वहीं, पोलैंड ने जर्मनी से अपने कुछ जर्मन निर्मित लेपर्ड 2s को यूक्रेन में स्थानांतरित करने के लिए मंजूरी मांगी थी.
उत्तर कोरिया का अमेरिका पर आरोप
बता दें कि उत्तर कोरिया (North Korea) ने यूक्रेन संकट के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया है. तानाशाह किम जोंग की बहन किम यो जोंग ने कहा था कि अमेरिका ने यूक्रेन को अब्राम टैंक भेजने का फैसला करके रेड लाइन को पार किया है. उत्तर कोरिया का आरोप है कि अमेरिका जंग को और भड़काकर अपने वर्चस्ववादी मकसद को साकार करने की कोशिश कर रहा है.
रूसी सैनिकों को खदेड़ देगी जेलेंस्की की सेना?
बताया जा रहा है कि अमेरिका का अब्राम टैंक (Abrams Tank) और जर्मनी का लेपर्ड 2 ए6 टैंक काफी ताकतवर है और ये टैंक जेलेंस्की की सेना को बढ़त दिलाने में काफी मददगार साबित हो सकते हैं. पश्चिमी देशों से मिलने वाली सैन्य मदद से यूक्रेन की सेना का भरोसा और बढ़ेगा. युद्ध में दोनों देशों को नुकसान पहुंचा है. हालांकि यूक्रेन के कई इलाके पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं. लाखों की संख्या में लोगों का पलायन हुआ है. युद्ध खत्म होने के फिलहाल कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं.
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