(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
'रूसियों को एक-एक करके करेंगे नॉकआउट', जेलेंस्की ने पुतिन को दी खुली चुनौती
Russia Ukraine News: ज़ेलेंस्की ने रूसियों से कहा कि जब तक राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, जिन्होंने फरवरी में यूक्रेन पर आक्रमण का आदेश दिया था. सत्ता में बने रहेंगे उन्हें एक-एक करके नॉकआउट किया जाएगा.
Russia-Ukraine War: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने देश के पूर्वी डोनबास इलाके (Donbas Area) के अधिक क्षेत्रों को रूसी सेना (Russia Troops) से वापस लेने का संकल्प लिया. जेलेंस्की ने मंगलवार (4 सितंबर) को अपने शाम के संबोधन में कहा कि इस पूरे हफ्ते के दौरान डोनबास में अधिक यूक्रेनी झंडे लहराए गए हैं. एक सप्ताह में और भी अधिक होंगे.
कीव ने कहा कि उसके सैनिकों ने प्रमुख पूर्वी शहर लाइमन में जाना शुरू कर दिया है और रक्षा मंत्रालय ने वहां पीले और नीले रंग का यूक्रेनी झंडा पकड़े सैनिकों का एक वीडियो भी पोस्ट किया था. रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने शहर से सैनिकों को वापस बुला लिया है और उन्हें दूसरे महत्वपूर्ण पोस्ट पर तैनात किया गया है.
जेलेंस्की ने दी चुनौती
ज़ेलेंस्की ने रूसियों से कहा कि जब तक राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin), जिन्होंने फरवरी में यूक्रेन पर आक्रमण का आदेश दिया था, सत्ता में बने रहेंगे उन्हें एक-एक करके नॉकआउट किया जाएगा. ज़ेलेंस्की ने यूक्रेन के खिलाफ के हमले के लिए पुतिन को दोषी ठहराते रूस के लिए एक एतिहासिक गलती करार दिया. उन्होंने कहा कि जब तक आप सभी उस समस्या का समाधान नहीं करेंगे जिसने यूक्रेन के खिलाफ रूस के लिए यह मूर्खतापूर्ण युद्ध शुरू किया, आप एक-एक करके नॉकआउट किए जाएंगे.
रूस-यूक्रेन के बीच संघर्ष जारी
रूस ने सैन्य ताकत के बल पर यूक्रेन के 15 प्रतिशत भू-भाग पर अवैध तरीके से कब्जा कर लिया है. व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के हिस्सों को रूस में अवैध तरीके से शामिल कर लिया है. उन्होंने विलय संबंधी कई संधियों पर शुक्रवार (30 सितंबर) को हस्ताक्षर किया है. हालांकि, यूक्रेनी सेना भी रूस का डटकर मुकाबला कर रही है. यूक्रेनी सेना ने युद्ध शुरू होने के बाद से अभी तक की सबसे बड़ी सफलता हासिल की है. उन्होंने सोमवार (3 सितंबर) को देश के दक्षिण में नीपर नदी के किनारे बढ़त बनाई है और सैनिक लगातार आगे बढ़ते जा रहे हैं. उनकी इस सफलता से रूस के सैनिकों के लिए जरूरी सप्लाई लाइन पर खतरा बढ़ गया है.
इसे भी पढ़ेंः-