मॉस्को: भारत समेत दुनियाभर में कोरोना मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इस बीच अच्छी खबर ये है कि कोरोना वैक्सीन 'स्पुतनिक V' को अगले हफ्ते आम नागरिकों के लिए उपलब्ध कराया जा सकता है. रूस के रक्षा मंत्री को कोरोना वैक्सीन 'स्पुतनिक V' दी गई है. दवा लेने के बाद रक्षा मंत्री ने कहा है कि वह अच्छा महसूस कर रहे हैं और कोई साइड इफेक्ट का अनुभव नहीं कर रहे हैं.


इससे पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनकी एक बेटी को भी टीका दिया जा चुका है और उसमें एंटीबॉडी विकसित हुए हैं. इसके अलावा रूसी व्यापार मंत्री डेनिस मंटुरोव को भी टीका लगाया गया था. रूसी न्यूज एजेंसी TASS ने बताया, 'स्पूतनिक-V' वैक्सीन को 10-13 सितंबर के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय की हरी झंडी मिलने के बाद व्यापक इस्तेमाल के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा. इसके बाद जनता को वैक्सीन लगाई जानी शुरू हो जाएगी.


11 अगस्त को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन 'स्पूतनिक-V' को मंजूरी दी थी. पहले बैच का उत्पादन शुरू कर दिया है. मॉस्को में स्थित गमालेया इंस्टीट्यूट ने इस वैक्सीन को विकसित किया है. रूस ने इस वैक्सीन को ‘स्पुतनिक V’ नाम दिया है, जो सोवियत संघ द्वारा 1957 में छोड़े गए दुनिया के पहले मानव निर्मित उपग्रह का नाम था.


राष्ट्रपति पुतिन ने कहा- टीका प्रभावी और सुरक्षित
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस द्वारा पिछले महीने मंजूरी दिए गए कोरोना वायरस के टीके की प्रशंसा की और कहा कि यह प्रभावी और सुरक्षित है. राष्ट्रपति ने इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय आशंकाओं को दूर करने की कोशिश की जो केवल दो महीने तक कुछ दर्जन लोगों पर परीक्षण के आधार पर मंजूरी देने पर सवाल उठा रहे हैं.


पुतिन ने जोर देकर कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया के पहले टीके को सरकार ने सख्त रूसी कानून की कसौटी पर परखने के बाद मंजूरी दी है और ये कानून अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है.


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