India Exports Bananas and Papayas to Russia: रूस और इक्वाडोर के रिश्ते में तनाव आ गया है. इसकी वजह इक्वाडोर का एक बड़ा फैसला है. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो इक्वाडोर की सरकार ने रूसी सैन्य हार्डवेयर को उच्च तकनीक वाले अमेरिकी हथियारों से बदलने का फैसला लिया है. यही बात मास्को को नागवार गुजर रही है. इक्वाडोर के इस फैसले के बाद रूसी सरकार ने भी अहम कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. जिसका फायदा भारत को मिल रहा है.
इक्वाडोर के साथ आए तनावपूर्ण संबंधों के बाद रूस ने वहां से फल मंगाने बंद कर दिए हैं. इसमें विशेष रूप से केला, पपीता और अनानास जैसे फल शामिल हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत से केले और पपीते की पहले खेप रूस पहुंच भी गई है. दूसरा खेप फरवरी के अंत तक रवाना होने की उम्मीद जताई जा रही है.
भारत से पहले तक रूस के लिए केला की आपूर्ति इक्वाडोर करता था. हालांकि, मौजूदा स्थितियों और भू-राजनीतिक चिंताओं के कारण दोनों देशों के रिश्ते में कड़वाहट आई है. यही वजह है कि रूस ने इक्वाडोर से केला खरीदना बंद कर दिया है.
रूसी लोगों को पसंद आ रहे हैं भारतीय केले
रूस के इस बड़े फैसले के बाद वहां कि कृषि निगरानी संस्था Rosselkhoznadzor का कहना है कि आने वाले दिनों में भारत से हम और केले मंगाएंगे. रूसी लोगों को भारतीय केले पसंद आ रहे हैं, जो भारी मांग को दर्शाता है.
भारत है सबसे बड़ा केला उत्पादक देश:
मौजूदा समय में केले का सर्वाधिक उत्पादन भारत में होता है. भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के मुताबिक भारत दुनियाभर में सर्वाधिक केला उत्पादक देश है. इसके बावजूद वैश्विक बाजार में भारत की हिस्सेदारी सिर्फ 1 प्रतिशत है. देश में 35.56 मिलियन मीट्रिक टन केले का उत्पादन होता है. 2022-23 में भारत द्वारा करीब 176 मिलियन अमेरिकी डॉलर का केला दूसरे देशों को बेचा गया था.
इक्वाडोर से केले का आयात रूस ने क्यों रोका?
इक्वाडोर के साथ चल रहे मनमुटाव के बावजूद रूस ने इसे राजनैतिक मुद्दे से नहीं जोड़ा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक Rosselkhoznadzor का इस फैसले पर कहना है कि इक्वाडोर से मंगाए जाने वाले केलों में कीड़े पाए जा रहे थे. यही वजह है कि उन्होंने वहां कि 5 कंपनियों के साथ केले को मंगाना बंद कर दिया है.
वहीं इक्वाडोर की तरफ से भी इस मामले पर बयान आया है. उनका कहना है कि रूस भेजे जाने वाले केलों में नाम मात्र के कीड़े पाए गए हैं. जिसे खाने से शरीर पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है.
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