Russia Praise India For G20 Summit: रूस ने कहा है कि भारत की अध्यक्षता में G20 शिखर सम्मेलन के बेहतर नतीजे हासिल किये गये. इस दौरान बहुत ही सकारात्मक काम हुए. G20 डिजिटल शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन में पुतिन ने भारत को उसकी अध्यक्षता के दौरान उल्लेखनीय कार्यों के लिए धन्यवाद दिया. पुतिन के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक-आर्थिक एजेंडे के सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों के समाधान की तलाश में G20 देशों की गतिविधि पर ध्यान केंद्रित करने के लिए बहुत कुछ किया गया था.
बता दें कि G20 नेताओं के डिजिटल शिखर सम्मेलन में बुधवार (22 नवंबर) को अपने शुरुआती संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले साल, जब इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने मुझे औपचारिक तौर पर G20 की अध्यक्षता सौंपी थी तब मैंने कहा था कि हम इस मंच को समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्रवाई उन्मुख और निर्णायक बनाएंगे. एक साल में हमने एक साथ मिलकर यह हासिल किया है. हम सभी मिलकर G20 को नयी ऊंचाइयों पर ले गए हैं.
भारत की अध्यक्षता में उल्लेखनीय काम- रूस
इसी बीच क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने शुक्रवार (24 नवंबर) को कहा कि भारत की (G20 की) अध्यक्षता में उल्लेखनीय काम हुए और बेहतर नतीजे हासिल हुए. रूस की सरकारी समाचार एजेंसी TASS की खबर के अनुसार क्रेमलिन के प्रवक्ता ने कहा कि यूक्रेन मुद्दे पर स्थिति अलग-अलग है, अलग-अलग देशों ने अलग-अलग शब्दों का इस्तेमाल किया. इनके जवाब में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर इस संबंध में अपना विस्तृत मूल्यांकन प्रदान किया.
डिजिटल शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन में पुतिन ने G20 शिखर सम्मेलन पर कहा कि इसमें कुछ ऐसे काम हुए, जो समूह के अस्तित्व का प्रारंभिक कारण था. TASS की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि वास्तव में ये एक टीम के तौर पर पहले की तरह ही महत्वपूर्ण है. बता दें कि भारत ने 9-10 सितंबर तक नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी की थी.
कई देशों के प्रमुखों ने लिया भाग
इसी बीच G20 देशों के नेताओं के वर्चुअल शिखर सम्मेलन में ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इन सीओ लूला दा सिल्वा, संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना, यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन, IMF के प्रबंध निदेशक और निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने भाग लिया था.
इस दौरान भारत की G20 अध्यक्षता पर टिप्पणी करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि एक बहुत स्पष्ट मान्यता थी कि भारत की G20 अध्यक्षता वैश्विक दक्षिण-केंद्रित थी. इसने विकास को G20 के निष्पक्ष, वर्ग और केंद्र में वापस ला दिया था.