Russia Wagner Conflict Update: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बगावत के बाद अब निजी सेना वैगनर के प्रमुख येवेनी प्रीगोझिन (Evgeny Prigozhin) ने अपना पहला बयान जारी किया है. उन्होंने एक ऑडियो जारी कर कहा कि उन्होंने हमले की आशंका पर ऐसा कदम उठाया.
येवेनी ने 11 मिनट का ऑडियो जारी किया है. उन्होंने कहा, "वैगनर समूह को उन शहरों में समर्थन प्राप्त था जहां से वह विद्रोह के दौरान गुजरा था. बेलारूस के राष्ट्रपति ने भी वैगनर को काम जारी रखने के तरीकों की पेशकश की थी."
विद्रोह के बाद मॉस्को की स्थिति
बता दें कि, वैगनर ग्रुप के विद्रोह के बाद मॉस्को में हालात बेकाबू हो गए थे. ऐसे में मॉस्को में आपातकाल घोषित कर दिया गया है. शहर में आतंकवाद-विरोधी शासन भी लागू कर दिया गया था. स्थिति ऐसी थी कि लोगों से घरों में रहने की अपील की गई थी. हालांकि, अब हालात सामान्य हो गए हैं.
मॉस्को की ओर किया था कूच
वैगनर ग्रुप ने रूसी सत्ता के खिलाफ ही विद्रोह कर दिया था. निजी सेना ने 24 जून को रूस की राजधानी मॉस्को की ओर कूच किया था. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसे ‘विश्वासघात’ और रूस की ‘पीठ में छुरा घोंपने’ वाला कदम बताया था.
पहले से थी भनक
न्यूयॉर्क टाइम्स ने को सूत्रों का हवाला देते हुए दावा किया था कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को पहले से संदेह था कि वैगनर प्रमुख येवेनी प्रीगोझिन अपने सैनिकों के साथ रूसी सरकार के खिलाफ एक बड़ा उठाने कदम की योजना बना रहे थे.
कौन है येवगेनी प्रिगोझिन
येवगेनी प्रिगोझिन रूस की तरफ से यूक्रेन के खिलाफ लड़ रही निजी सेना वैगनर का चीफ है. वैगनर कभी रूसी राष्ट्रपति का सबसे भरोसेमंद आदमी था. मॉस्को में वैगनर के साथ नेतृत्व का उसका इतिहास दशकों पुराना है.
वैगनर ग्रुप क्या है?
वैगनर ग्रुप निजी लड़ाकों की तरफ से बनाई गई है सेना है. इसने यूक्रेन पर देश के आक्रमण के दौरान रूसी सेना के साथ काम किया था. 2014 में जब क्रीमिया क्षेत्र को लेकर यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष छिड़ गया था तब वैगनर की निजी सेना सामने आई थी.
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