Russia Rebellion: दुनिया के सबसे बड़े देश रूस (RUSSIA) में निजी सेना वैगनर (Wagner group) के विद्रोह के बाद खबर आई है कि अब वैगनर के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन (Yevgeny Prigozhin) बेलारूस भाग गए हैं. येवगेनी प्रिगोझिन वही सैन्य-अधिकारी हैं जो कभी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के खास हुआ करते थे और यूक्रेन में लड़ाई लड़ रहे थे. मगर, रूसी सेना और सरकार से खफा होने पर प्रिगोझिन ने बगावत का ऐलान कर दिया था, और तख्तापलट के लिए अपने हजारों सैनिकों के साथ मॉस्को तक पहुंचने की कोशिश की थी.
बेलारूस (Belarus) की स्टेट मीडिया के अनुसार, बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने येवगेनी प्रिगोझिन के बेलारूस में सुरक्षित रूप से दाखिल होने के बारे में बताया. लुकाशेंको ने अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने प्रिगोझिन को चेतावनी दी थी कि अगर उन्होंने रूसी राजधानी में अपना मार्च जारी रखा, तो उनके सैनिकों को खत्म कर दिया जाएगा. कथित तौर पर लुकाशेंको ने शनिवार को एक बातचीत के दौरान प्रिगोझिन से कहा था कि "आधे रास्ते में तुम्हें कीड़े की तरह कुचल दिया जाएगा."
बेलारूस के राष्ट्रपति ने की प्रिगोझिन के रूस छोड़ने की पुष्टि
लुकाशेंको ने अपने संबोधन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रिगोझिन के साथ अपनी चर्चा के बारे में अतिरिक्त जानकारी का भी खुलासा किया, जिसमें कहा गया कि वैगनर के चीफ के साथ उनकी चर्चा शनिवार को पूरे दिन चली. बेलारूस के राष्ट्रपति ने आगे कहा कि हमारा देश वर्तमान में अपनी धरती पर भाड़े के सैनिकों (वैगनर ग्रुप) के लिए शिविर नहीं बना रहा है. हालांकि, उन्होंने वैगनर ग्रुप को बेलारूस के अंदर कुछ अविकसित क्षेत्र दिया है.
बेलारूस की न्यूज एजेंसी बेल्टा के अनुसार, राष्ट्रपति लुकाशेंको ने कहा, "प्रिगोझिन हमलावर सैनिकों में सबसे आगे थे. और, वे हमें बताएंगे कि अब क्या करना महत्वपूर्ण है." उन्होंने कहा, लड़ाके रिपोर्ट कर सकते हैं कि कौन से हथियार अच्छा काम करते हैं और हमले और बचाव कैसे सफलतापूर्वक किए जा सकते हैं. CNN की रिपोर्ट के अनुसार, बेलारूस के राष्ट्रपति लुकाशेंको ने कहा है कि बेलारूसी सेना वैगनर चीफ के लड़ाकों के युद्ध लड़ने के अनुभव से लाभ उठा सकती है. लुकाशेंको ने कहा, "उनका अनुभव बहुत कीमती है. इसे हमें वैगनर सेनानियों से प्राप्त करना होगा."
'हम विरोध जताने गए थे, न कि सत्ता उखाड़ फेंकने के लिए'
रूस में विद्रोह के बाद, रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने सुरक्षा गार्डों को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने वैगनर सैनिकों द्वारा की बगावत को दबाकर "रूस में होने वाले संभावित गृह युद्ध रोक दिया था". वहीं, दूसरी ओर तख्तापलट की कोशिश पर, वैगनर के चीफ प्रिगोझिन ने सोमवार को एक ऑडियो संदेश में कहा कि मार्च एक विरोध प्रदर्शन था और इसका उद्देश्य सत्ता को उखाड़ फेंकना नहीं था. अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, प्रिगोझिन ने एक ऑडियो संदेश में कहा, "हमने अन्याय के कारण अपना मार्च शुरू किया. हम अपना विरोध प्रदर्शित करने गए थे, न कि देश में सत्ता उखाड़ फेंकने के लिए."
प्रिगोझिन ने एक और ऑडियो संदेश में यह भी कहा कि बीते शुक्रवार को वैगनर सैनिकों पर रूसी सेना के हमले में उनके लगभग 30 लड़ाके मारे गए. उन्होंने कहा कि यह हमला वैगनर के 30 जून को अपनी पोस्ट छोड़ने और रोस्तोव में दक्षिणी सैन्य जिले को उपकरण सौंपने से कुछ दिन पहले हुआ. CNN के अनुसार, प्रिगोझिन ने एक नए ऑडियो संदेश में दावा किया, "रात भर में, हम 780 किलोमीटर (लगभग 484 मील) चले. मॉस्को पहुंचने के लिए दो सौ किलोमीटर (लगभग 125 मील) और चलना था."