Russia Ukraine War: पोलैंड में रूस के राजदूत, सर्गेई एंड्रीव पर द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की वर्षगांठ पर आयोजित एक वार्षिक विजय दिवस समारोह में लाल रंग फेंक गया. इंडिपेंडेंट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने सोवियत सैनिकों के कब्रिस्तान के सामने एंड्रीव पर हमला किया. इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किया गया है.
10 सेंकेड के इस फुटेज की शुरुआत में ही एंड्रीव के चेहरे पर लाल रंग दिखाई देता है, इसके बाद पीछे से उन पर कुछ फेंका जाता है और फिर बहुत अधिक मात्रा में उनके चेहरे पर लाल रंग फेंका जाता है जिसमें उनके कपड़े भी रंग जाता हैं. लाल रंग के हमले के बाद भी एंबेसडर अपना संयम बनाए रखते हैं. फिर वह अपने चेहरे से पेंट को हटाते हैं लेकिन प्रदर्शनकारियों को कोई जवाब नहीं देते हैं.
इंडिपेंडेंट ने बताया कि कार्यकर्ताओं ने राजदूत और रूसी प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों को वारसॉ में सोवियत सैनिकों के कब्रिस्तान में माल्यार्पण करने से रोक दिया. यूक्रेन में रूस के चल रहे युद्ध के पीड़ितों के प्रतीक नकली खून से लथपथ सफेद चादर पहने प्रदर्शनकारियों ने यूक्रेनी झंडे लिए और "फासीवादी" का नारा लगाया. रूसी प्रतिनिधिमंडल को पुलिस अधिकारियों के साथ क्षेत्र छोड़ने के लिए मजबूर किया गया.
पुतिन के भाषण के बाद घटी घटना
यह घटना रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा 1945 में नाजी जर्मनी पर सोवियत संघ की विजय की 77 वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक भाषण देने के बाद घटी जिसमें उन्होंने कहा था कि यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्रवाई पश्चिमी नीतियों के लिए सही समय पर और आवश्यक प्रतिक्रिया है. पुतिन ने कहा कि "मातृभूमि" की रक्षा करना जब उसके भाग्य का फैसला किया जा रहा हो, हमेशा पवित्र रहा है.
पौलेंड यूक्रेन की मदद करने में रहा है सबसे आगे
इंडिपेंडेंट के अनुसार, पोलैंड यूक्रेन की मदद करने में सबसे आगे रहा है, रूसी बम विस्फोटों से भागने की कोशिश कर रहे लाखों यूक्रेनी नागिरकों का इसने स्वागत किया है. पौलेंड ने यूक्रेन में "नरसंहार" और "साम्राज्यवादी" कार्यों के लिए रूस की आलोचना भी की है. दूसरी ओर, रूस ने कथित तौर पर पोलैंड पर मास्को के कार्यों का "सबसे बुरा और अश्लील" आलोचक होने का आरोप लगाया है.
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