Russia: रूसी संघीय सुरक्षा सेवा (FSB) के जांचकर्ताओं ने अमेरिकी पत्रकार इवान गेर्शकोविच पर जासूसी का आरोप लगाया है. उन्होंने प्री ट्रायल डिटेंशन से आजादी के लिए मास्कों की एक कोर्ट में अपील की थी, जिसे मंगलवार को कोर्ट ने खारिज कर दिया. ऐसे में वॉल स्ट्रीट जर्नल के रिपोर्टर को कम से कम 29 मई तक पूर्व केजीबी जेल में बिताना होगा. अमेरिकी पत्रकार के खिलाफ जासूसी के मामले की जांच की जा रही है. 


रूस में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार अमेरिकी पत्रकार इवान गेर्शकोविच हमेशा से अपने ऊपर लग रहे आरोपों को खारिज कर रहे हैं. उन्होंने कोर्ट में भी अपनी दलील में कहा कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं. आरआईए समाचार एजेंसी के मुताबिक, उनके वकील तातियाना नोजकिना ने अपनी दलील में कहा कि गेर्शकोविच को 50 मिलियन रूबल ($ 614,000) की जमानत पर मुक्त किया जाए या उन्हें घर में नजरबंद रखा जाए. लेकिन अदालत ने इन दोनों सुझावों को खारिज कर दिया.  


अमेरिकी पत्रकार ने ट्रांसलेटर के लिए किया मना 


सुनवाई के दौरान अमेरिकी पत्रकार से जज ने पूछा कि क्या उन्हें ट्रांसलेटर की आवश्यकता है. इस पर इवान ने कहा कि नहीं, वह सब कुछ समझ सकते हैं. गौरतलब है कि रूसी संघीय सुरक्षा सेवा (FSB) के जांचकर्ताओं ने गेर्शकोविच को 29 मार्च को येकातेरिनबर्ग के उराल शहर में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया था. तब भी इवान गेर्शकोविच ने स्पष्ट रूप से सभी आरोपों से इनकार किया और कहा कि वह रूस में पत्रकारिता गतिविधियों में शामिल थे.


रूस- अमेरिका आमने सामने 


क्रेमलिन का दावा है कि शीत युद्ध की समाप्ति के बाद से जासूसी के आरोप में रूस में हिरासत में लिए गए पहले अमेरिकी पत्रकार गेर्शकोविच को रंगे हाथों पकड़ा गया था. वहीं अमेरिका रूस के दावों को खारिज करते हुए इवान को निर्दोष बता रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उनकी हिरासत को अवैध बताया है. 


इवान गेर्शकोविच की गिरफ्तारी पर वॉल स्ट्रीट जर्नल ने भी जासूसी के आरोप का जोरदार खंडन किया है. उनकी गिरफ्तारी को एक स्वतंत्र प्रेस के लिए एक क्रूर अपमान बताते हुए कहा है कि दुनिया भर में सभी स्वतंत्र लोगों में रूस के इस हरकत पर आक्रोश पैदा होना चाहिए 


ये भी पढ़ें: EID 2023: मक्‍का और भारत में एक ही दिन मनाई जाएगी ईद, बन रहा है इस बार खास संयोग