Russia Ukraine War: न्यूक्लियर प्लांट पर सीक्रेट वर्क कर रहा रूस, यूक्रेन ने जताया टेरर एक्ट का खतरा, पुतिन ने उतारे माइनॉरिटी सोल्जर
Ukraine News: यूक्रेन के चार परमाणु संयंत्रों को संचालित करने वाली एक कंपनी ने आगाह किया है कि रूसी सैनिक एक प्लांट में न्यूक्लियर मैटेरियल का इस्तेमाल करते हुए सीक्रेट वर्क कर रहे हैं.
Russia Secret Work in Nuclear Plant: यूक्रेन (Ukraine) के परमाणु ऊर्जा ऑपरेटर (Nuclear Energy Operator) ने आगाह किया है कीव (Kyiv) पर उसकी ही धरती पर छद्म हमला करने का आरोप लगाने के बाद रूस (Russia) अपने कब्जे वाले एक परमाणु प्लांट (Nuclear Plant) पर डर्टी बम (Dirty Bomb) तैयार कर रहा है. यह दावा एनर्जोएटम (Energoatom) नाम की कंपनी ने किया है, जो यूक्रेन के चार परमाणु ऊर्जा संयंत्रों का संचालन करती है. इनमें जैपोरिजिया (Zaporizhizhia) स्थित यूरोप (Europe) का सबसे बड़ा परमाणु प्लांट भी शामिल है.
क्रेमलिन के कब्जे वाले जैपोरिजिया परमाणु प्लांट (Zaporizhizhia Nuclear Plant) को लेकर एनर्जोएटम ने कहा कि रूसी सेना (Russian Forces) ने उस जगह पर गोपनीय काम (Secret Work) को अंजाम दिया है, जिसमें परमाणु ईंधन (Nuclear Fuel) का इस्तेमाल किए जाने का संदेह है.
परमाणु प्लांट में क्या सीक्रेट वर्क कर रहा रूस?
याहू न्यूज के मुताबिक, एनर्जी फर्म ने कहा, ''ऐसा लगता है कि रूसी प्लांट में रखे हुए परमाणु मैटेरियल और रेडियोएक्टिव कचरे का इस्तेमाल करते हुए आतंकी हमले की तैयारी कर रहे हैं.'' रिपोर्ट के मुताबिक, रूस अपने निराधार दावे को थोपने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक का इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है.
रूस ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन मास्को पर धब्बा लगाने के लिए खुद पर डर्टी बम हमले की तैयारी कर रहा है. हालांकि, फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका के विदेश मंत्रियों ने रूस के आरोपों को सफेद झूठ करार देते हुए खारिज कर दिया है. उनका कहना है कि रूस नौ महीने के युद्ध को और बढ़ाने लिए जमीन तैयार कर रहा है.
संयुक्त राष्ट्र के निरीक्षकों से दौरा करने का आह्वान
कीव ने संयुक्त राष्ट्र के निरीक्षकों से आग्रह किया है कि वे रूस के दावे के खिलाफ सबूत इकट्ठा करने के लिए यूक्रेन में परमाणु स्थलों का दौरा करें. एनर्जोएटम ने मंगलवार (25 अक्टूबर) को जारी अपने एक बयान में कहा कि क्षेत्र को नियंत्रित करने वाले रूसी अधिकारी संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों या यूक्रेनी कर्मचारियों को यह देखने की अनुमति नहीं देंगे कि वे क्या कर रहे हैं.
एनर्जी फर्म ने कहा कि प्लांट की ड्राई स्पेंट फ्यूल स्टोरेज फैसिलिटी में 174 कंटेनर थे. इनमें से प्रत्येक में 24 हिस्से हैं जिनमें खर्च किया गया परमाणु ईंधन भरा है. इसमें विस्फोट होता है तो आसपास क्षेत्र के कई सौ वर्ग किलोमीटर में विकिरण फैल जाएगा और तबाही मच जाएगी. फर्म ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी से आह्वान किया कि वह पता लगाए कि यहां क्या हो रहा है.
पुतिन ने जंग उतारे माइनॉरिटी सोल्जर
इसके अलावा ऐसी रिपोर्ट भी है कि पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ जंग में अल्पसंख्यक सैनिकों को उतारा है. अलजजीरा के मुताबिक, रूसी स्वतंत्र मीडिया ने ऐसा डेटा इकट्ठा किया है, जिसमें ज्यादा अल्पसंख्यक आबादी वाले कई क्षेत्र युद्ध में सबसे ज्यादा हताहत दिखाए गए हैं. यूक्रेनी मीडिया और अधिकारियों ने भी रूस के जातीय अल्पसंख्यक सैनिकों पर यूक्रेन में युद्ध अपराध करने के आरोप लगाए हैं.
मई में मानवाधिकारों के लिए तत्कालीन यूक्रेनी लोकपाल ल्यूडमिला डेनिसोवा ने कहा कि बुचा में युद्ध अपराधों के लिए चेचेन और बुरयाट मंगोल जिम्मेदार थे. इसके बाद यूक्रेनी मीडिया पर ऐसी खबर आई कि बुरयाट इकाइयों को बुचा में युद्ध अपराध के लिए तैनात किया गया था. इन आरोपों के बाद फ्री बुरयाचिया फाउंडेशन ने भी एक जांच शुरू की थी.
इन इलाकों से ज्यादा अल्पसंख्यकों के मारे जाने का दावा
संस्था की उपाध्यक्ष विक्टोरिया मालादाएवा ने अलजजीरा को बताया कि आंकड़ों के हिसाब से अल्पसंख्यकों वाले इलाकों- डगेस्टन, ट्यूबा रिपब्लिक और बुरयाट रिपब्लिक में मरने वालों की संख्या सबसे ज्यादा है. मॉस्को जिसकी आबादी 17 मिलियन हैं, उसके पचास से कम लोग मरे हैं जबकि 980,000 आबादी वाले बुरयाचिया क्षेत्र में अकेले 364 लोग जान गंवा चुके हैं. उन्होंने कहा, ''हम पर बेहिसाब प्रहार किया गया है.'' उन्होंने कहा कि यूक्रेन जंग में एक एथनिक रूसी के मुकाबले बुर्याटों के मारे जाने की संख्या 7.8 फीसदी ज्यादा है. वहीं, तुवान के मामले में यह 10.4 गुना ज्यादा हो सकती है.
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