चौंकानेवाला खुलासा करते हुए वॉल स्ट्रीट जर्नल ने कहा है कि रूसी खुफिया एजेंसियों ने फर्जी न्यूज वेबसाइट का इस्तेमाल किया, जिससे फाइजर और अन्य अमेरिकी कोविड-19 वैक्सीन पर लोगों के विश्वास को कम किया जा सके. अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट में रविवार को कहा गया कि रूसी खुफिया एजेंसियों से जुड़े चार ऑनलाइन प्रकाशन कोविड-19 वैक्सीन के बारे में गलत सूचना फैला रहे हैं.


पश्चिम की कोविड-19 वैक्सीन को बदनाम कर रहा रूस 


ओरिएंटल रिव्यू, न्यूज फ्रंट, न्यू ईस्टर्न आउटलुक और रेबेल इंसाइड ने फाइजर और अन्य बड़ी पश्चिमी कंपनियों की बनाई कोविड-19 वैक्सीन से होनेवाले साइड-इफेक्ट्स पर फोकस किया. झूठे दावे के तहत वैक्सीन से साइड-इफेक्ट्स के खतरे को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया गया, उनके असर पर सवाल खड़े किए गए और कहा गया कि अमेरिका ने जल्दबाजी में फाइजर की वैक्सीन को मंजूरी देने की प्रक्रिया अपनाई. हालांकि, वेबसाइट पर दर्शकों का बड़ा वर्ग नहीं है, मगर अधिकारियों का दावा है कि उनकी स्टोरी को नियमित तौर पर अंतरराष्ट्रीय मीडिया उठाता है.


खुफिया सेवा से जुड़े चार ऑनलाइन प्रकाशन किया खड़ा


गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने वॉल स्ट्रीट जर्नल को बताया कि रूसी खुफिया सेवा 'झूठ और प्रोपैगेंडा' फैलाने के लिए चार प्लेटफॉर्म तैनात करने की सीधा जिम्मेदार हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, रूस का सरकारी मीडिया, ट्विटर पर अपनी मौजूदगी से स्पुतनिक-V वैक्सीन के बारे में जनता की धारणा को सुधारने की कोशिश करता है, जबकि पश्चिम की वैक्सीन को बदनाम कर रहा है. अखबार ने अधिकारी के हवाले से बताया, "हम कह सकते हैं कि उन ऑनलाइन प्रकाशनों का सीधा संबंध रूस की खुफिया सेवाओं से है. उनको वित्तीय मदद पूरी तरह विदेशों से की जा रही है. अपनी सुर, अपनी पहुंच और पाठक वर्ग में सभी वेबसाइट बहुत अलग हैं लेकिन ये सभी रूसी प्रोपैगेंडा और झूठ फैलाने का हिस्सा हैं." वॉल स्ट्रीट के सवाल पर क्रेमलिन के एक प्रवक्ता ने जवाब देने से इंकार कर दिया.


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