Russian Jet Shot Down British Spy Plane: सोशल मीडिया पर प्रसारित पेंटागन के एक लीक दस्तावेज़ के अनुसार, एक रूसी लड़ाकू जेट ने पिछले साल काला सागर के ऊपर एक निहत्थे ब्रिटिश विमान को मार गिराया था. ब्रिटिश जासूसी विमान 29 सितंबर को क्रीमिया तट से उड़ान भर रहा था जब उसे मार गिराया गया.


पेंटागन लीक दस्तावेज के मुताबिक, ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वालेस ने पिछले साल अक्टूबर में संसद के हाउस ऑफ कॉमन्स को इस घटना के बारे में बताया था, जिसमें कहा गया था कि दो रूसी Su-27 लड़ाकू जेट विमानों ने काला सागर के ऊपर अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में RC-135 को रोक दिया था. 


बेन वालेस ने आगे साझा किया कि रूसी जेट विमानों में से एक ने कुछ दूरी पर "एक मिसाइल दागी. हालांकि उन्होंने इस घटना को रूस की ओर से हमले  के रूप में वर्णित नहीं किया. उन्होंने मिसाइल लॉन्च को "तकनीकी खराबी" करार दिया.


लीक हुए दस्तावेज़ को "SECRET/NOFORN" नाम दिया गया है. यह अक्टूबर और फरवरी के अंत तक के समय में अमेरिकी, ब्रिटिश और फ्रांसीसी विमानों पर रूस के कार्रवाई का भी विवरण देता है.


रूस और अमेरिका के बीच तनाव


बता दें कि रूस और अमेरिका के बीच एक बार फिर से तनाव बढ़ता नजर आ रहा है. काला सागर में अमेरिका के एमक्यू-9 रीपर सर्विलांस ड्रोन को क्रैश करने के मामले में अमेरिका ने रूस को खुलकर चेतावनी दी है.


अमेरिकी सीनेट चक शूमर ने मंगलवार को एक कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कहा, "मैं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से कहना चाहता हूं कि इससे पहले कि आप दोनों देशों के बीच अनपेक्षित तनाव की वृद्धि का कारण बनें, अपने इस व्यवहार को रोक लें."


टक्कर के बाद ड्रोन को पहुंचा था काफी नुकसान


वहीं इस घटना के बाद पेंटागन ने मंगलवार को कहा कि अमेरिकी सेना को अनिवार्य रूप से अपने एमक्यू-9 रीपर सर्विलांस ड्रोन को क्रैश करने के लिए मजबूर होना पड़ा, क्योंकि यह एक रूसी जेट से टकराकर क्षतिग्रस्त हो गया था. ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, "रूसी विमान की टक्कर के बाद ड्रोन को काफी नुकसान पहुंचा था और इसके आगे उड़ने की संभावना कम ही थी. ऐसे में हमें मजबूरन इसे काला सागर में दुर्घटनाग्रस्त करना पड़ा.''


क्या था पूरा मामला


अमेरिकी सेना के यूरोपीय कमान के मुताबिक, मंगलवार को काला सागर के ऊपर एक रूसी एसयू-27 लड़ाकू विमान अमेरिकी एमक्यू-9 रीपर ड्रोन से टकरा गया. ये घटना तब हुई जब अमेरिका का रीपर ड्रोन और रूस के दो फाइटर जेट SU-27 काला सागर के ऊपर अंतरराष्ट्रीय जल सीमा में चक्कर लगा रहे थे. इस पूरे मामले पर अमेरिकी वायु सेना के जनरल जेम्स हेकर ने कहा कि हमारा एमक्यू-9 इंटरनेशनल एयर स्पेस में नियमित ऑपरेट कर रहा था. तभी इससे एक रूसी विमान टकरा गया. जिसके बाद हमारा ड्रोन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इसके बाद रूस का विमान भी  दुर्घटनाग्रस्त हो गया. घटना में उन्होंने रूस को दोषी भी ठहराया है. अमेरिकी सेना का दावा है कि रूस का एक जेट जान बूझकर अमेरिकी ड्रोन को टारगेट कर रहा था.