Ivan Popov Viral Audio: रूसी सेना के एक जनरल ने कहा है कि यूक्रेन में युद्ध और अग्रिम मोर्चे पर तैनात अपने सैनिकों की स्थिति के बारे में सच्चाई बताने के कारण उन्हें नौकरी से हटा दिया गया है. रूस की सबसे बड़ी पार्टी यूनाइटेड रशिया के सदस्य आंद्रे गुरुलेव के तरफ से जारी ऑडियो के अनुसार मेजर जनरल इवान पोपोव ने नौकरी से हटाने की बात का खुलासा किया, जिन्होंने यूक्रेन के दक्षिणी जैपोरिजिया क्षेत्र में 58वीं संयुक्त सशस्त्र सेना का नेतृत्व करते हुए कमान संभाली थी.


रूस से जुड़ी यह खबर ऐसे समय में सामने आई है, जब रूसी सेना की तरफ से वैगनर समूह के विद्रोह को दबाए हुए दो सप्ताह से अधिक समय हो गया है. रूस में भाड़े के सैनिकों के वैगनर समूह का भविष्य अनिश्चित बना हुआ है और यूक्रेन युद्ध की दिशा भी अनिश्चित बनी हुई है. एनबीसी न्यूज के अनुसार, रूसी नेता का ऑडियो संदेश स्पष्ट रूप से उनके सैनिकों के लिए था.


पूर्व डिप्टी कमांडर आंद्रे गुरुलेव ने जारी किया ऑडियो
रूसी राजनेता और दक्षिणी सैन्य कमान के पूर्व डिप्टी कमांडर आंद्रे गुरुलेव के तरफ से बुधवार (12 जुलाई) को टेलीग्राम पर पोस्ट की गई ऑडियो क्लिप के अनुसार मेजर जनरल इवान पोपोव ने कहा कि उन्हें सैनिकों की स्थिति के बारे में बोलने के लिए पद से हटा दिया गया था.


पोपोव ने कहा, ''मैंने चीजों को उनके उचित नामों से बुलाया और सबसे महत्वपूर्ण चीज पर ध्यान केंद्रित किया. यह एक आधुनिक युद्ध त्रासदी है. दुश्मन के तोपखाने से हमारे भाइयों को भारी चोटों का सामना करना पड़ा हैं.'' हालांकि, रूस की सबसे बड़ी पार्टी यूनाइटेड रशिया के सदस्य गुरुलेव ने यह नहीं बताया कि उन्हें मेजर जनरल इवान पोपोव से जुड़ी रिकॉर्डिंग कैसे मिली.


'रूसी सैनिकों की पीठ में छुरा घोंपा गया'
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, मेजर जनरल इवान पोपोव ने कहा कि शीर्ष सैन्य अधिकारियों की विफलताओं के कारण रूसी सैनिकों की पीठ में छुरा घोंपा गया है. उन्होंने ऑडियो संदेश में कहा कि 'यूक्रेनी सेना मोर्चे पर हमारे रैंकों को नहीं तोड़ सकी, लेकिन हमारे वरिष्ठ प्रमुख ने हमें पीछे से मारा. उन्होंने सबसे कठिन और महत्वपूर्ण क्षण में सेना का सिर धड़ से अलग कर दिया."


पोपोव का आर्मी कॉल साइन 'स्पार्टाकस' था और जिन्होंने दक्षिणी यूक्रेन में रूसी इकाइयों की कमान संभाली थी. उन्होंने स्पष्ट रूप से यूक्रेनी तोपखाने से हुई रूसी सैनिकों की मौत के मुद्दे को उठाया. इस ऑडियो संदेश के बाद रूसी रक्षा मंत्रालय की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई है.


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