India-Russia Relations: रूस ने एक बार फिर भारत की सराहना की है. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की जमकर तारीफ की है. रूस के सोच्ची शहर में आयोजित विश्व युवा मंच को संबोधित करने के दौरान सर्गेई लावरोव ने एस जयशंकर के पिछले बयान को याद किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि किस तरह से एस जयशंकर ने पश्चिमी देशों की बोलती बंद कर दी थी.


भारत के विदेश मंत्री ने पश्चिमी देशों को क्या कहा?
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दिल्ली और मास्को के बीच द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाया है. इसको लेकर रूस के विदेश मंत्री ने जयशंकर की तारीफ की है.


एक वाकया को याद करते हुए उन्होंने कहा कि 'रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान संयुक्त राष्ट्र में कुछ पश्चिमी देशों के जानकारों ने एस जयशंकर से पूछा कि आखिर भारत अधिक मात्रा में रूस से तेल क्यों ले रहा है?' इसका जवाब देते हुए एस जयशंकर ने पश्चिमी देशों से कहा कि 'आप अपने काम से काम रखें.' दिल्ली हमेशा से मास्को का दोस्त रहा है. 


पश्चिमी देशों के बैन के बावजूद खरीदा तेल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान पश्चिमी देशों ने रूस से कच्चा तेल लेने पर प्रतिबंध लगा दिया था. वैश्विक प्रतिबंधों के बावजूद भारत ने रूसी तेल की सस्ती कीमतों का लाभ उठाया. जनवरी 2022 में आयात शून्य से बढ़कर जनवरी 2023 तक 12.7 लाख बैरल प्रति दिन हो गया था.


साल 2023 के दौरान रूस से भारत का तेल आयात दोगुना से अधिक बढ़कर 17.9 लाख बैरल प्रति दिन हो गया. इस तरह से भारत को कच्चा तेल देने के मामले में रूस प्रमुख आपूर्तिकर्ता बन गया. इस दौरान भारत ने इराक जैसे पारंपरिक आपूर्तिकर्ताओं से तेल आयात में कमी कर दी.


जर्मनी में जयशंकर ने रूस को कहा था 'पक्का दोस्त'
पिछले महीने जर्मनी में एक साक्षात्कार के दौरान जयशंकर ने कहा था कि यूक्रेन में मॉस्को की सैन्य आक्रामकता के बावजूद भारत ने रूस के साथ अपने आर्थिक संबंधों का विस्तार किया है. उन्होंने यह भी कहा कि रूस ने कभी भी भारत के हितों का उल्लंघन नहीं किया और द्विपक्षीय संबंध 'स्थिर और मैत्रीपूर्ण' बने हुए हैं. 


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