Russian Fighter Jet Collision With US Drone: काला सागर के ऊपर रूसी जेट और अमेरिकी ड्रोन के टकराव के बाद तनाव बढ़ता जा रहा है. अमेरिका ने इस घटना का एक वीडियो जारी किया है. वहीं इस घटना में शामिल रूसी पायलटों को रूस के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार (17 मार्च) को राजकीय सम्मान से नवाजा है. दरअसल अमेरिका का आरोप है कि रूस के लड़ाकू विमानों ने अमेरिकी ड्रोन पर ईंधन ऑयल फेंका था.


इस वजह से अमेरिकी ड्रोन काला सागर के ऊपर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. घटना के बाद अमेरिका ने रूस पर जमकर निशाना साधा. अमेरिका ने साफ तौर पर आरोप लगाया है कि रूस के विमान ने ‘असुरक्षित और गैर-पेशेवर’ ढंग उड़ान भरी, जिस वजह से ये हादसा हुआ. लेकिन मास्को का कहना है कि नियंत्रण खोने के बाद ड्रोन गिरा था.


पायलटों को मिला राज्य पुरस्कार


रूस के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने एसयू-27 पायलटों को राज्य पुरस्कार दिया है. इन पायलटों ने अमेरिकी एमक्यू-9 ड्रोन को (रूस के) अस्थायी हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने से रोका था. मास्को ने कहा है कि उसने अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुसार यूक्रेन में अपने सैन्य हस्तक्षेप के हिस्से के रूप में काला सागर पर हवाई क्षेत्र प्रतिबंध स्थापित किया है.


शुक्रवार को, मास्को ने दोहराया कि पायलटों ने ऑन-बोर्ड हथियारों का उपयोग नहीं किया, यूएवी के साथ कोई संपर्क नहीं किया और सुरक्षित रूप से अपने घरेलू हवाई क्षेत्र में लौट आए. 


अमेरिका का रूस पर आरोप 


अमेरिकी सेना का दावा है कि यह घटना रूसी पायलटों की गैर जिम्मेदाराना हरकत के कारण हुई है. अमेरिका ने चेतावनी देते हुए कहा कि रूसी पायलटों की ओर से उठाए गए इन आक्रामक कदमों से गलतफहमी पैदा हो सकती है और गैरइरादतन तनाव भड़क सकता है.


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