Putin in North Korea : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 24 साल बाद मंगलवार देर रात नॉर्थ कोरिया पहुंच गए, जिसकी दुनियाभर में चर्चा है, क्योंकि खबरें ऐसी हैं कि वहां दोनों नेता कोई बड़ी सैन्य डील कर सकते हैं. पुतिन के स्वागत में नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग उन्हें खुद प्योंगयांग एयरपोर्ट पर गए थे. प्लेन से उतरते ही पुतिन ने किम जोंग उन को गले लगाया और एक ही कार में बैठकर रवाना हुए.


रूस की मीडिया के मुताबिक, पुतिन चाहते हैं कि दोनों देश अमेरिका के प्रतिबंधों से निपटने के लिए मिलकर काम करें. पुतिन की इस यात्रा पर अमेरिका भी चिंता जता रहा है. अमेरिका रक्षा विभाग के प्रवक्ता पैट राइडर ने मंगलवार को कहा कि रूस और उत्तर कोरिया के बीच गहराता सहयोग चिंता का विषय होना चाहिए. वहीं, वाइट हाउस की प्रवक्ता कैरिन जीन ने कहा कि उत्तर कोरिया से हथियारों की डिलिवरी रूस को मिली है, जिसने रूस को यूक्रेन में युद्ध छेड़ने आगे बढ़ाने में सक्षम बनाया है.


पुतिन की तस्वीरों से सजीं सड़कें
किम जोंग ने रूस के नेता के स्वागत में सड़कों को भी सजा दिया था. राजधानी प्योंगयांग में पुतिन की तस्वीरें और रूसे झंडे लगे थे. एक इमारत पर लिखा था, 'हम रूसी राष्ट्रपति का स्वागत करते हैं. राष्ट्रपति के साथ उप प्रधानमंत्री डेनिस मंट्रूरोव, रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव सहित कई शीर्ष अधिकारी भी इस यात्रा में शामिल हैं. 


हथियारों को लेकर हो सकती है बड़ी डील
यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन उत्तर कोरिया ऐसे समय पहुंचे हैं, जब रूस पर कई प्रतिबंध लगए गए हैं. माना जा रहा है कि उत्तर कोरिया आर्थिक सहायता और तकनीक के बदले रूस को आवश्यक हथियार उपलब्ध कराएगा, क्योंकि युक्रेन युद्ध के बाद से हथियार पुतिन के लिए बहुत जरूरी हैं. वहीं, पिछले दिनों खबरें भी आई थीं कि उत्तर कोरिया लगातार अपनी मिसाइलों और हथियारों का परीक्षण कर रहा है, तब भी यही खबर थी कि यह रूस को लुभाने के लिए शक्ति प्रदर्शन है. 


24 साल बाद उत्तर कोरिया पहुंचे पुतिन
रूस के राष्ट्रपति पुतिन की 24 साल बाद उत्तर कोरिया पहुंचे हैं. इससे पहले वह 2000 में उत्तर कोरिया गए थे. वहीं, उत्तर कोरिया और रूस दोनों ने ही किसी भी हथियारों के ट्रांसफर के आरोपों से इनकार किया है, क्योंकि यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन होगा.