US Elections 2024: अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए नवंबर, 2024 में चुनाव होने हैं. मगर, इस चुनाव को लेकर चर्चा रूस तक पहुंच गई है. इस बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन चाहते हैं कि अमेरिकी चुनाव में कमला हैरिस की जीत हो. रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने गुरुवार (5 अगस्त) को व्यंग्यात्मक कमेंट में कमला हैरिस की 'संक्रामक' हंसी को उन्हें पसंद करने का एक कारण बताया है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ये टिप्पणी अमेरिकी न्याय विभाग की ओर से दो रूसी मीडिया अधिकारियों पर नवंबर में होने वाले चुनाव को रूस समर्थक प्रचार के माध्यम से प्रभावित करने की कथित अवैध योजना के आरोप लगाने के एक दिन बाद आई है.
ट्रंप के ऊपर बाइडेन को रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने दी थी प्राथमिकता
इस साल की शुरुआत में राष्ट्रपति जो बाइडेन के राष्ट्रपति पद की दौड़ से हटने से पहले रूसी राष्ट्रपति ने ट्रंप के ऊपर बाइडेन को प्राथमिकता दी. क्योंकि बाइडेन ज्यादा "ओल्ड स्कूल" राजनेता हैं. इसके बाद उनसे पूछा गया कि अब वो अमेरिकी चुनाव को किस तरह से देखते हैं? इसपर उन्होंने कहा कि बाइडेन ने कमला हैरिस को सपोर्ट किया तो हम भी वही करेंगे. यूएस खुफिया एजेंसियों का मानना है कि मॉस्को ट्रम्प की जीत चाहता है, क्योंकि वह रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन का समर्थन करने के प्रति कम इच्छुक हैं.
हैरिस को क्यों सपोर्ट करेंगे रूसी राष्ट्रपति पुतिन?
इस दौरान कमला हैरिस के बारे में अपने विचार को विस्तार देते हुए पुतिन ने कहा कि वह इतनी स्पष्ट और संक्रामक ढंग से हंसती हैं कि इसका मतलब है कि उनके साथ सब कुछ ठीक है. उन्होंने कहा कि शायद इसका मतलब यह है कि वह रूस के खिलाफ और प्रतिबंध लगाने से परहेज करेंगी. इसके उलट, पुतिन ने कहा कि राष्ट्रपति के रूप में ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में उनसे पहले किसी भी राष्ट्रपति की तुलना में रूस के खिलाफ ज्यादा प्रतिबंध लगाए हैं.
हम अमेरिका में होने वाले चुनाव का करेंगे सम्मान- पुतिन
क्रेमलिन नेता पुतिन ने आगे कहा कि आखिर, चुनाव अमेरिकी लोगों पर निर्भर है और हम उस चुनाव का सम्मान करेंगे. उधऱ, अमेरिकी खुफिया एजेंसियों का मानना है कि रूस ने 2016 के चुनाव में हिलेरी क्लिंटन के खिलाफ ट्रम्प के अभियान को बढ़ावा देने के लिए गलत सूचना अभियान चलाया था. साथ ही क्लिंटन के अभियान को कमजोर करने की कोशिश की गई थी. हालांकि, क्रेमलिन ने अमेरिकी चुनावों में हस्तक्षेप से बार-बार इनकार किया है.
अमेरिकी खुफिया एजेंसी के आरोप में रूसी विदेश मंत्रालय ने दी प्रतिक्रिया
दरअसल, बुधवार (4 सितंबर) को अमेरिकी न्याय विभाग ने रूसी सरकारी प्रसारक आर.टी. के दो कर्मचारियों के खिलाफ धन शोधन का मामला दर्ज किया. आरोप है कि इस साल के चुनाव को प्रभावित करने के लिए ऑनलाइन सामग्री तैयार करने के लिए एक अमेरिकी कंपनी को किराये पर लेने की योजना बनाई गई थी. हालांकि, रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने गुरुवार (5 सितंबर) को कहा कि इसके जवाब में मास्को अमेरिकी मीडिया को निशाना बनाएगा.