Vladimir Putin In Western Countries: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर पश्चिमी देशों के खिलाफ बयान दिया है. उन्होंने अमेरिका और उसके सहयोगी देशों पर रूस को तोड़ने का आरोप लगाया है. रूसी चर्च की एक बैठक में पुतिन ने कहा कि यूक्रेन के खिलाफ रूस सैन्य कार्रवाई इसलिए कर रहा है क्योंकि ये पश्चिमी देशों के खिलाफ उसकी अस्तित्व की लड़ाई है.
उन्होंने कहा, "हम अपने लोगों की सुरक्षा और भलाई की रक्षा कर रहे हैं. लोगों की रक्षा हमारे लिए सबसे जरूरी है." पुतिन बोले, "हम सिर्फ अपनी आजादी की रक्षा के लिए लड़ रहे हैं, न सिर्फ अपनी आजादी बल्कि दुनिया की आजादी के लिए लड़ रहे हैं."
'पश्चिमी देशों के खांचे में हम फिट नहीं बैठते'
पुतिन ने कहा, "हमारी विविधता, सांस्कृतिक एकता, परंपरा, भाषाएं और जातीय समूह पश्चिमी उपनिवेशवादी और नस्लीय लोगों के खांचे में फिट नहीं बैठती हैं. रूसी राष्ट्रपति पश्चिमी देशों पर निशाना साधते हुए बोले, "अगर वे (पश्चिमी देश) ताकत के सहारे हमसे नहीं जीत पाते तो वे कलह के बीज बोते हैं."
पुतिन ने कहा कि अमेरिका के प्रभुत्व वाले ग्लोबल ऑर्डर की साख अब जर्जर हो चुकी है. उन्होंने कहा, " हमारा देश एक न्यायसंगत विश्व व्यवस्था बनाने की राह में अब सबसे आगे है और मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि एक संप्रभु, मजबूत रूस के बिना कोई स्थायी या स्थिर विश्व व्यवस्था (ग्लोबल ऑर्डर) संभव नहीं है."
'यूक्रेन में 2024 से पहले नहीं थमेगी जंग'
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी के हवाले से बताया है कि 2024 के अमेरिका में होने वाले आम चुनाव से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन में शांति नहीं लाने देंगे.