Russia-Ukraine War: रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के युद्ध को आने वाले 24 फरवरी 2023 को एक साल हो जाएगा. इसी दौरान रूस और यूक्रेन के राष्ट्रपति ने भी अपनी तरफ से युद्ध को लेकर आगे की चुनौतियों पर बात भी की है. मंगलवार (21 फरवरी) को रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि हम अब अपने भविष्य के लिए अपनी योजनाओं और महत्वाकांक्षाओं के बारे में ध्यान देंगे.
इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने जर्मनी के न्यूज पेपर डाई वेल्ट को दिए एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि चीन रूस को युद्ध में मदद न करे वरना इससे वर्ल्ड वॉर की स्थिति पैदा हो सकती है. जेलेंस्की ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि ये जरूरी है कि वो रूस को किसी भी हालत में समर्थन न करें.
पुतिन ने किन बातों पर दिया जोर
पुतिन ने संघीय विधानसभा में संबोधन के दौरान कहा कि हम विशेष रूप से आर्थिक संबंधों को सुधारने पर ध्यान केंद्रित करेंगे. हम पूर्वी एशिया के साथ संबंधों को बढ़ाने के लिए कज़ान, मंगोलिया और चीन के साथ राजमार्गों का विस्तार करेंगे. उन्होंने कहा कि हम भारत, ईरान और मिडिल ईस्ट देशों के साथ भी संबंधों में सुधार करने के लिए साउथ कॉरिडोर स्थापित करेंगे. रूसी राष्ट्रपति ने रेलवे से जुड़े आधुनिकीकरण सहित शिपिंग से जुड़ी योजनाओं को भी शामिल करने पर जोर दिया.
चीन हथियार न दे
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक विदेशी मीडिया को इंटरव्यू देते हुए चीन को निशाने पर लेते हुए कहा कि वो रूस को हथियार न दे. चीन के लिए ये एक अवसर साबित हो सकता है. वो देख कर चीजों को समझने की कोशिश कर सकते है कि युद्ध के दौरान क्या हो रहा है. अगर चीन रूस के साथ मिल जाता है तो वर्ल्ड वॉर हो सकता है और शायद चीन इसे समझता भी है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का चीन को लेकर बयान यूएस विदेश मंत्री की चीन को दी चेतावनी के बाद आया है.
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा था कि चीनी कंपनियां पहले से ही 'गैर- घातक सहायता' रूस को पहुंचा कर रही थीं और अब नई जानकारी के अनुसार चीन खतरनाक तरीके से रूस को मदद पहुंचा रहा है. विदेशी रिपोर्ट के मुताबिक चीन रूस को सर्विलांस से जुड़ी चीजें मुहैया करा रहा है. चीन रूस को खतरनाक तरीके के हथियार दे रहा है. कल (20 फरवरी) ही अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी यूक्रेन पहुंचे थे, जहां पर उन्होंने 500 मिलियन डॉलर की सहायता देने का ऐलान किया. वो वहां पर लगभग पांच घंटे तक रुके थे.