Salman Rushdie Attacked: रुश्दी पर हुए हमले के बाद ऋषि सुनक का सख्त बयान- अब ईरान के खिलाफ प्रतिबंध जरूरी
Rishi Sunak On Salman Rushdie: ब्रिटेन के पीएम पद के उम्मीदवार ऋषि सुनक ने लेखक सलमान रुश्दी पर हुए जानलेवा हमले को लेकर सख्त बयान दिया है. कहा है कि अब ईरान पर प्रतिबंध लगाने के लिए सोचना चाहिए
Salman Rushdie Attacked: ब्रिटिश प्रधानमंत्री पद के दावेदार ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने प्रख्यात लेखक सलमान रुश्दी (Salman Rushdie)पर किए गए जानलेवा हमले पर सख्त बयान दिया है और कहा है कि ये हमला ईरान (Iran)के खिलाफ सख्त प्रतिबंध लगाने और उसकी सैन्य इकाई को निषिद्ध करने के लिए पश्चिम (Western Countries)को जगाने वाला होना चाहिए.
सुनक ने रविवार को ‘द डेली टेलीग्राफ’ को दिए गए इंटरव्यू के दौरान कहा कि ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते (Nuclear Deal) को बहाल करने की कोशिश बेकार हो सकती है और इसलिए ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर (Islamic Revolutionary Guard Corps) के खिलाफ कार्रवाई का आकलन किया जाना चाहिए.
पूर्व चांसलर ऋषि सुनक (Rishi Sunak)का ये बयान ऐसे समय आया है जब रुश्दी पर हमले के संदिग्ध आरोपी हादी मटर के खिलाफ शनिवार को हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया गया है और उसे बिना जमानत हिरासत में भेज दिया गया था. शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि वह शिया चरमपंथ और रिवोल्यूशनरी गार्ड के प्रति सहानुभूति रखता था.
हमें पुतिन की वजह से कहीं और नजर नहीं रख रहे
सुनक ने अखबार से कहा, ‘‘ईरान में स्थिति बहुत ही गंभीर है और हम (व्लादिमीर) पुतिन के आमने-सामने खड़े होने की वजह से कहीं और से नजर नहीं हटा सकते हैं.’’ उन्होंने पुतिन का संदर्भ यूक्रेन-रूस युद्ध के संदर्भ में दिया. उन्होंने कहा, ‘‘परमाणु हथियारों से संपन्न ईरान हमारे साझेदार इजराइल के अस्तित्व के लिए खतरा हो सकता है और अपनी बैलेस्टिक मिसाइल क्षमता से पूरे यूरोप को संकट में डाल में सकता है.’’
सुनक का सख्त बयान-अब और अधिक सख्त प्रतिबंध के लिए सोचें
सुनक ने कहा, ‘‘हमें तत्काल नवीन और सशक्त समझौता करना चाहिए और कहीं अधिक सख्त प्रतिबंध लगाना चाहिए. अगर हमें नतीजे नहीं मिले तो हमें यह सवाल करना चाहिए कि क्या संयुक्त विस्तृत कार्ययोजना (जेसीपीओए) मरणासन्न हो गयी है? सलमान रुश्दी पर चाकुओं से नृशंस हमला पश्चिम के लिए जगाने वाला संदेश होना चाहिए और हमले को लेकर ईरान की प्रतिक्रया से इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर (आईआरजीसी) पर प्रतिबंध का मामला बनता है.’’
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