Salman Rushdie : मशहूर लेखक सलमान रुश्दी पर चाकू से हमला करने वाले युवक पर अब गंभीर आरोप लगाए गए हैं. उसका लिंक अब आतंकवाद से निकला है. 26 साल के हादी मतार पर पहले सलमान रुश्दी की हत्या के प्रयास का आरोप था. अब ग्रैंड ज्यूरी ने आतंकवादी संगठन का समर्थन करने का खुलासा किया है. बुधवार को जारी हुए दस्तावेजों के अनुसार, उसने आतंकी समूह हिजबुल्लाह के इशारों पर काम किया. ग्रैंड ज्यूरी ने कहा, हादी मतार पर आतंकवाद से जुड़े 3 मामले सामने आए हैं. इसमें एक विदेशी आतंकी समूह को सहायता देना भी शामिल है. एफबीआई ने भी दावा किया कि मतार ने हिजबुल्लाह के समर्थित फतवे का पालन कर सलमान रुश्दी पर हमला किया था. 


10 बार चाकुओं से किया था हमला
अमेरिकी न्याय विभाग के मुताबिक, ईरान हिजबुल्लाह संगठन आतंकवाद फैलाने के लिए जाना जाता है.सलमान रुश्दी पर हमले का आरोपी इस संगठन को ही समर्थन देता था. सलमान रुश्दी की एक किताब आने के बाद काफी बवाल मचा था. उनके खिलाफ फतवा जारी होने पर ही मतार ने हमला किया. यह घटना अगस्त 2022 में न्यूयॉर्क में हुई थी. इस हमले में रुश्दी ने अपनी दाहिनी आंख खो दी. उन पर 10 बार चाकू से हमला किया गया था. दरअसल, सलमान रुश्दी की किताब 'द सैटेनिक वर्सेज' को इस्लाम विरोधी और ईशनिंदा करने वाला माना गया. इसी वजह से उन पर काफी हमले भी हुए. उन्हें ईरान से जान से मारने की धमकियां भी मिलीं. अभी भी यह किताब ईरान में बैन है. 1989 में तो एक फतवा जारी किया गया था, जिसमें मुसलमानों से रुश्दी को मारने के कहा गया था.


एफबीआई ने जारी किया बयान
अब मामले में बुधवार को एफबीआई की तरफ से बयान जारी किया गया है. बुधवार को FBI ने कहा कि हिजबुल्लाह ने फतवे का समर्थन किया था. हमारा आरोप है कि 2022 में न्यूयॉर्क में सलमान रुश्दी की हत्या का प्रयास करने वाले हादी मतार ने हिजबुल्लाह के कहने पर ही हमला किया था.