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Same Sex Marriage:  LGBTQ+ के लिए ऐसे बदलने लगी दुनिया, जानें किस देश ने सबसे पहले दी समलैंगिक विवाह को मान्यता

Same Sex Marriage: समलैंगिकता के मुद्दे पर अब खुलकर बात होनी शुरू हुई है, लेकिन सदियों से ये मुद्दा हमारे समाज में रहा है. अब समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने पर सुप्रीम कोर्ट में बहस हो रही है.

Same Sex Marriage: समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने की मांग वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. केंद्र की मोदी सरकार ने याचिकाओं का विरोध किया है. हालांकि, अंतिम फैसला कोर्ट को करना है, लेकिन उसके पहले नजर डालते हैं कि अभी तक कौन से वे देश रहे हैं, जिन्होंने सबसे पहले समलैंगिक विवाह को मान्यता दी है.

पिछले कुछ सालों में कई देशों ने समलैंगिक विवाह को मान्यता दी है. समलैंगिकता की चर्चा के बीच एक बात बड़ी जोर-शोर से कही जाती है कि 21वीं सदी में हमें हर विचार को खुलेपन के साथ अपनाने को तैयार होना चाहिए, लेकिन क्या आप जानते हैं कि समलैंगिक जोड़े को पहली बार मान्यता 20वीं सदी में मिल चुकी थी. 

डेनमार्क ने सबसे पहले दी कानूनी मान्यता

डेनमार्क दुनिया का पहला देश था जिसने समलैंगिक जोड़ों को सबसे पहले कानूनी मान्यता दी थी. डेनमार्क ने समलैंगिक जोड़ों के घरेलू पार्टनर के रूप में रजिस्ट्रेशन कराने को मंजूरी दी. 6 अक्टूबर, 1989 को 6 समलैंगिक जोड़ों ने डोमेस्टिक पार्टनर के रूप में रजिस्ट्रेशन कराया. इस रजिस्ट्रेशन के बाद ऐसे जोड़ों को कई सारे अधिकार मिले, लेकिन अभी यहां एक पेंच था. यह विवाह नहीं था, न उसके बराबर अधिकार थे. अभी भी उन्हें बच्चे को गोद लेने या ज्वाइंट कस्टडी लेने का अधिकार नहीं था.

इसके 11 साल बाद 2000 में नीदरलैंड ने एक कानून बनाया जिसे एलजीबीटी+ समुदाय के लिए दुनिया में बड़ी सफलता के रूप में देखा गया. नीदरलैंड की संसद ने 2000 में समलैंगिक विवाह को मान्यता देने वाला एक विधेयक पारित किया. इसके तहत समलैंगिक जोड़ों को शादी करने, तलाक लेने और बच्चे को गोद लेने का अधिकार दियाा गया. डच संसद ने पुराने कानून में बस एक वाक्य बदलकर इस काम को किया था. इसमें कहा गया कि एक विवाह अलग या समान लिंग के दो लोगों द्वारा किया जा सकता है.

ये है शादी को मान्यता देने वाला पहला देश

1 अप्रैल, 2001 में यह कानून लागू हुआ. इसके साथ ही नीदरलैंड दुनिया का पहला देश बना जिसने समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता दी. उसी रात राजधानी एम्सटर्डम में चार समलैंगिक जोड़े विवाह के बंधन में बंधे. इनमें तीन पुरुष जोड़े था, जबकि एक महिला समलैंगिक जोड़ा.

उस समय एम्सटर्डम के मेयर ने शादी पर बधाई देते हुए जोड़ों से कहा था, 'आज आपके पास खुश होने के लिए दो वजह हैं. आप अपनी शादी का जश्न मना रहे हैं, साथ ही आप आपने शादी के अधिकार का भी जश्न मना रहे हैं.'

डेनमार्क ने 2012 में दी शादी को मान्यता

2000 में कानून बन जाने के बाद से नीदरलैंड में हजारों समलैंगिक जोड़े शादी कर चुके हैं. वहीं, सबसे पहले कानूनी मान्यता देने वाले डेनमार्क को समलैंगिक विवाह को मान्यता देने में 23 साल लग गए. डेनमार्क ने साल 2012 में समलैंगिक जोड़ों को शादी करने का अधिकार दिया गया.

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