Sana Ramchand Gulwani: सना रामचंद गुलवानी पहली हिन्दू महिला हैं जो पाकिस्तान में असिस्टेंट कमिश्नर बनी हैं. वो पंजाब प्रांत में सहायक आयुक्त और प्रशासक के रूप में नियुक्त हुई हैं. सना ने सेंट्रल सुपीरियर सर्विस (CSS) 2020 में पास  किया था. सना पेशे से MBBS डॉक्टर भी हैं. वह 2020 में सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेज (सीएसएस) परीक्षा पास करने के बाद पाकिस्तान प्रशासनिक सेवा (पीएएस) में शामिल होने वाली हिंदू समुदाय की पहली महिला बनीं. गुलवानी ने अपने पहले प्रयास में परीक्षा पास की है.


2016 में, उन्होंने शहीद मोहतरमा बेनजीर भुट्टो मेडिकल यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी (एमबीबीएस) की डिग्री के साथ यूरोलॉजिस्ट के रूप में स्नातक किया. इसके बाद ही उन्होंने उसने CSS परीक्षा की तैयारी शुरू की और उसमें कामयाब हुईं.


उन्होंने अपनी कामयाबी पर कहा, "मुझे नहीं पता कि मैं पहली हूं या नहीं, लेकिन (मैंने) अपने समुदाय से किसी (महिला) को परीक्षा में शामिल होने के बारे में कभी नहीं सुना."


अटक जिले की रहने वाली हैं


‘डॉन’ अखबार में बताया गया है कि उन्होंने अटक जिले के हसनअब्दाल शहर में सहायक आयुक्त और प्रशासक के रूप में पदभार ग्रहण किया है. रिपोर्ट्स में यह बात भी सामने आई है कि गुलवानी ने अपने पहले ही प्रयास में इस परीक्षा को पास किया है. वहां के हिंदू समुदाय के कई कार्यकर्ताओं बताते हैं कि विभाजन के बाद से इस परीक्षा को पास करने वाली समुदाय की वह पहली पाकिस्तानी महिला बन गईं हैं.


बता दें कि पाकिस्तान में हिंदू सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय है. आधिकारिक अनुमान के मुताबिक देश में 75 लाख हिंदू रहते हैं. पाकिस्तान की अधिकांश हिंदू आबादी सिंध प्रांत में बसी हुई है.


पाकिस्तान के स्टेटिक्स ब्यूरो के डेटा के मुताबिक, 1998 में वहां की कुल आबादी 13.23 करोड़ थी. उसमें से 1.6% यानी 21.11 लाख हिंदू आबादी थी. 1998 में पाकिस्तान की 96.3% आबादी मुस्लिम और 3.7% आबादी गैर-मुस्लिम थी. जबकि, 2017 में पाकिस्तान की आबादी 20.77 करोड़ से ज्यादा हो गई है. जबकि, मार्च 2017 में लोकसभा में दिए गए एक जवाब में केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया था कि 1998 की जनगणना के मुताबिक, पाकिस्तान में हिंदू आबादी 1.6% यानी करीब 30 लाख है.