सऊदी अरबः कोरोना वायरस की वजह से सिर्फ हजार लोगों को हज करने की इजाजत
सऊदी सरकार ने इस साल सीमित यात्रियों को हज करने की अनुमति दी है.सरकार के फैसले से दुनिया भर के लाखों मुसलमानों को झटका लगा है.कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए सरकार ने फैसला लिया है.
दुबई: कोरोना वायरस की वजह से इस साल कुछ हजार मुस्लिम ही हज कर पाएंगे. सऊदी अरब ने मंगलवार को इस बात की जानकारी दी. हज मंत्री मोहम्मद बेंतेन ने कहा कि सामाजिक दूरी का पालन और भीड़ नियंत्रित करने के लिए सीमित संख्या में हज की अनुमति दी जा रही है.
ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में सऊदी हज मंत्री ने बताया कि इस साल करीब एक हजार लोगों को ही हज की इजाजत होगी. अलबत्ता ये संख्या कम या थोड़ी ज्यादा हो भी सकती है. सऊदी अरब सरकार का यह फैसला हज शुरू होने से पांच हफ्ते पहले आया है. बेंतेन ने कहा, “यह बहुत संवेदनशील काम है और हम स्वास्थ्य मंत्रालय में विशेषज्ञों के साथ काम कर रहे हैं.“ उन्होंने हज यात्रियों की जिदंगी और सेहत बचाने पर जोर दिया. इसके लिए विशेष पाबंदियों के साथ सुरक्षा के उपाय अपनाने पर जोर दिया गया है. 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को हज की मनाही है. हज यात्री और उनकी सहायता करने वाले को हज से पहले और बाद में क्वारंटीन सेंटर में रहना होगा.
सरकार के फैसले से दुनिया भर के लाखों हज यात्रियों को झ़टका लगा है. हज सिर्फ एक धार्मिक यात्रा नहीं है जो मुसलमान को जिंदगी में कम से कम बार करनी चाहिए, बल्कि यह गुनाहों से माफी का मौका भी देता है. इसके अलावा अलग अलग तबकों के लोगों को आपस में जोड़ता है. इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद ने कहा, “हर मुसलमान की तमन्ना हज करने की होती है, लेकिन कोविड-19 के कारण इस साल यह मुमकिन नहीं है.“ रशीद ने कहा कि इसके लिए चीन जिम्मेदार है. अगर चीन कोरोना वायरस के बारे में दुनिया को पहले बता देता तो दुनिया अलग तरह से प्रतिक्रिया देती.
उन्होंने मांग की कि भारत से एक प्रतिनिधिमंडल को हज पर जाने की इजाजत दी जानी चाहिए. आम तौर पर हज के लिए दुनियाभर से करीब 25 लाख लोग जुटते हैं. हर देश का उसकी मुस्लिम आबादी के हिसाब से कोटा तय होता है. सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले इंडोनेशिया से 2 लाख 21 हजार हज यात्री सऊदी अरब जाते हैं. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए इस साल हज पर विशेष पाबंदियों की उम्मीद पहले से की जा रही थी. हज का आयोजन इस साल जुलाई के आखिर में शुरू होगा.
पश्चिम एशिया में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सऊदी अरब में हैं जहां 1 लाख 61 हजार लोग संक्रमित हो चुके हैं और 1,307 लोगों की मौत हो चुकी है. साल 1979 में मस्जिद-अल हराम (खाना-ए-काबा) को तब बंद किया गया था, जब इस्लाम के सबसे पवित्र स्थल में धार्मिक चरमपंथी घुस गए थे. अंदर फंसे हजारों लोगों को निकालने के लिए दो हफ्ते तक चली घेराबंदी में कई लोगों की मौत हो गई थी.
नेपाल सरकार की रिपोर्ट में दावा- तिब्बत में निर्माण कार्य से जमीन का अतिक्रमण कर रहा चीन दुनियाभर में 93 लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमित, पिछले 24 घंटों में 1.60 लाख नए केस आए और 5 हजार की हुई मौत