Saudi Arab-Pakistan Relation: सऊदी अरब ने उमरा की आड़ में अपने देश में आने वाले पाकिस्तानी भिखारियों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताई है. सऊदी अरब ने साथ ही पाकिस्तान से उन्हें खाड़ी देश में प्रवेश करने से रोकने के लिए कार्रवाई करने को कहा है. मीडिया में आई एक खबर में मंगलवार को यह जानकारी दी गई. पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय के सूत्रों का हवाला देते हुए ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार ने अपनी खबर में बताया कि सऊदी अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि स्थिति को नियंत्रित नहीं किया गया तो इसका पाकिस्तान के उमरा और हज यात्रियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.


खबर के मुताबिक, ‘‘सऊदी हज मंत्रालय ने पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय को चेतावनी जारी की है, जिसमें उमरा वीजा के तहत पाकिस्तानी भिखारियों को खाड़ी देश में प्रवेश करने से रोकने के लिए कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है.’’ इस चेतावनी के बाद पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने ‘‘उमराह अधिनियम’’ लाने का फैसला किया है, जिसका उद्देश्य उमरा की व्यवस्था करने वाली ट्रैवल एजेंसियों को विनियमित करना और उन्हें कानूनी निगरानी के तहत लाना है.


सऊदी राजदूत को पाकिस्तान ने दिलाया भरोसा
इससे पहले, सऊदी राजदूत नवाफ बिन सैद अहमद अल-मलिकी के साथ बैठक में गृह मंत्री मोहसिन नक़वी ने उन्हें आश्वासन दिया था कि सऊदी अरब में भिखारियों को भेजने के लिए जिम्मेदार माफिया के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे. पाकिस्तानी भिखारी उमराह की आड़ में खाड़ी देश की यात्रा करते हैं. ज्यादातर लोग उमरा वीजा पर सऊदी अरब जाते हैं और फिर भीख मांगने से जुड़ी गतिविधियों में शामिल हो जाते हैं.


भीख मांगने के लिए सऊदी जाते हैं पाकिस्तानी
बीते साल 2023 में पाकिस्तान के मुल्तान हवाई अड्डे पर 16 पाकिस्तानी भिखारियों को विमान से सऊदी अरब ले जाया गया. उमरा तीर्थयात्रियों के भेष में 11 महिलाओं, 4 पुरुषों, 1 बच्चे ने कबूल किया कि वे भीख मांगने के लिए सऊदी जा रहे थे. भीख से मिलने वाले पैसे का आधा हिस्सा ट्रैवल एजेंट को देने की बात हुई थी.


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