'यूनिवर्सिटी एजुकेशन पर लगे बैन के फैसले को वापस लें', तालिबान को सऊदी अरब की सलाह
इस्लामिक सहयोग संगठन ने भी तालिबान के निर्णय की निंदा की है. तालिबान को "अपने वादों और वास्तविक निर्णयों के बीच निरंतरता बनाए रखने के लिए" इसे उलटने का आह्वान किया है.
Saudi Arabia On Taliban: सऊदी अरब (Saudi Arabia) ने बुधवार को तालिबान (Taliban) से अफगानिस्तान (Afghanistan) में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाली महिलाओं पर लगे प्रतिबंध को हटाने का आह्वान किया है. देश के तालिबानी शासकों ने देश भर में महिलाओं को निजी और सार्वजनिक विश्वविद्यालयों में तुरंत और अगली सूचना तक भाग लेने से रोकने के आदेश दिए हैं.
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने इस फैसले पर हैरानी और अफसोस जताया है और कहा कि यह सभी मुस्लिम देशों में चर्चा का विषय है. मंत्रालय ने कहा कि निर्णय ने अफगान महिलाओं को उनके पूर्ण कानूनी अधिकारों और शिक्षा के अधिकार से वंचित कर दिया है, जो अफगानिस्तान में सुरक्षा, स्थिरता, विकास और समृद्धि का समर्थन करने में योगदान देता है.
रोते देखी गई महिलाएं
उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान की राजधानी में तालिबान सुरक्षा बलों ने बुधवार को विश्वविद्यालयों में महिलाओं की एंट्री को उच्च शिक्षा प्रतिबंध लागू कर दिया है. काबुल में एक परिसर के बाहर महिलाओं को रोते हुए और एक-दूसरे को सांत्वना देते हुए देखा गया था. इसके कई वीडियो भी सामने आए हैं.
IOC ने भी की निंदा
इस्लामिक सहयोग संगठन (IOC) ने भी तालिबान के निर्णय की निंदा की है. तालिबान को "अपने वादों और वास्तविक निर्णयों के बीच निरंतरता बनाए रखने के लिए" इसे उलटने का आह्वान किया.
OIC महासचिव का क्या कहना है?
ओआईसी के महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा का मानना है, "अफगानिस्तान के विश्वविद्यालयों में महिला छात्रों की पहुंच को निलंबित करने से सरकार की विश्वसनीयता को गंभीर रूप से नुकसान होगा, ठीक उसी तरह जैसे यह अफगान लड़कियों और महिलाओं को शिक्षा, रोजगार और सामाजिक न्याय के उनके मौलिक अधिकारों से वंचित करेगा.