सऊदी अरब (Saudi Arabia) में 7 लोगों को मंगलवार (27 फरवरी) को फांसी दी गई. सऊदी अरब की सरकारी मीडिया ने बताया कि आतंकवाद से जुड़े अपराधों में सात लोगों का सिर कलम कर दिया गया. एक दिन में 81 लोगों को फांसी देने की 2022 की घटना के बाद यह एक दिन में लोगों को मौत देने का बड़ा मामला है. मार्च 2022 में सऊदी में एक दिन में 81 लोगों को मौत की सजा दी गई थी. 


सऊदी अरब के आंतरिक मंत्रालय का हवाला देते सऊदी की आधिकारिक प्रेस एजेंसी ने कहा कि सातों लोगों को आतंकी संगठनों और संस्थाओं को बनाने और टेरर फंडिंग का दोषी पाया गया था, जिसके लिए उन्हें यह सजा दी गई. जिन लोगों को फांसी दी गई है उनकी राष्ट्रीयता का खुलासा नहीं हुआ है. समाचार एजेंसी ने बताया कि उन्होंने ऐसे आतंकी दृष्टिकोण को अपनाया जो उन्हें खून बहाने के लिए उकसाता है. इसके अलावा, आतंकी संगठनों और संस्थाओं की स्थापना, उनकी फंडिंग और उनके साथ कम्युनिकेशन करना सामाजिक सुरक्षा और स्थिरता को रोकता है.


2023 में दी गईं 170 को फांसी
एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी अरब दुनिया में सबसे ज्यादा फांसी की सजा देने वाले देशों में से एक है. साल 2023 में यहां 170 लोगों को मौत की सजा दी गई, जबकि इस साल अब तक 29 लोगों को फांसी दी गई. दो साल पहले जब एक ही दिन में सऊदी में 81 लोगों को फांसी दी गई तो वैश्विक स्तर पर नाराजगी देखी गई.


एमनेस्टी इंटरनेशनल के अनुसार, सऊदी अरब ने 2022 में चीन और ईरान को छोड़कर किसी भी अन्य देश की तुलना में सबसे ज्यादा फांसी दी थी. पिछले साल सबसे ज्यादा मौत की सजा सऊदी अरब ने दिसंबर में दी थी. उस महीने में 38 लोगों को मौत की सजा सुनाई गई. 2023 में मौत की सजा पाने वालों में देशद्रोह के दोषी दो सैनिक और आतंकवादी गतिविधियों के आरोपी 33 लोग शामिल थे. सऊदी में 2022 में 147 लोगों को फांसी दी गई, जिसकी मानवाधिकार कार्यकर्ता लगातार आलोचना करते रहे हैं. वहीं, 2019 में सऊदी में 187 लोगों को मौत की सजा दी गई थी.


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