Haj 2023: हज 2023 की तैयारियां जोरों पर हैं. इस बार हज में कोरोना को लेकर कोई पाबंदी नहीं लगाई जाएगी. खास बात यह है कि सऊदी अरब ने भारतीय मुसलमानों के लिए एक अच्छा फैसला लिया है. सऊदी अरब ने अब भारत का हज कोटा एक लाख पचहत्तर हजार से बढ़ाकर दो लाख कर दिया गया है. इस फैसले के बाद उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और बिहार जैसे बड़े राज्यों के सभी हज आवेदक इस साल तीर्थ यात्रा पर जा सकते हैं क्योंकि कोटे में बढ़ोतरी के बाद उनकी वेटिंग लिस्ट को मंजूरी दे दी गई है.


इस साल फरवरी में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक बैठक में घोषणा की थी कि भारतीय हज कोट में 25 हजार की बढ़ोतरी के साथ इसे दो लाख कर दिया जाएगा. लगातार तीन साल में यह तीसरी बढ़ोतरी है. सूत्रों ने बताया कि रिकॉर्ड दो लाख भारतीय मुसलमान इस साल बिना सब्सिडी के हज यात्रा कर सकेंगे. 


कोविड के बाद हज यात्रियों की संख्या में कमी 


यह घोषणा जेद्दा में दोनों देशों के बीच हस्ताक्षरित एक द्विपक्षीय समझौते के हिस्से के रूप में हुई है. सऊदी अरब के हज और उमराह के उप मंत्री डॉ एडेलफत्ताह बिन सुलेआम मैश और भारतीय महावाणिज्यदूत मोहम्मद शाहिद आलम ने जेद्दा में पूर्व के कार्यालय में समझौते पर हस्ताक्षर किए. पिछले कुछ सालों में कोविड को देखते हुए सऊदी अरब ने पूरे विश्व से हज यात्रियों की संख्या को सीमित कर दिया था. 


दो हजार से ज्यादा महिलाएं अकेले करेंगी हज यात्रा


भारत के लिए उच्चतम कोटा 2019 में था, जब 1.4 लाख तीर्थयात्रियों ने पवित्र तीर्थ यात्रा की थी. 2022 में सऊदी अरब ने हज के लिए 79,237 भारतीय तीर्थयात्रियों का स्वागत किया था. कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए शासन के दौरान, 2010 में उच्चतम कोटा 1,26,018 था. इस साल कम से कम 2,340 भारतीय मुस्लिम महिलाएं बिना पुरुष साथी या मेहरम के हज यात्रा पर जाएंगी. इस कोटे का सबसे ज्यादा फायदा उत्तर प्रदेश को होगा. अकेले यूपी से 30 हजार से ज्यादा लोग हज यात्रा पर जाएंगे. 


ये भी पढ़ें: 


जेपी नड्डा या कोई और… बीजेपी का अगला अध्यक्ष कौन? सबसे बड़ी पार्टी में अध्यक्ष का चुनाव लड़ना आसान नहीं