Pakistan Economy Crisis: सऊदी अरब ने उमराह के लिए नवाज शरीफ, पीएम शहबाज को 'आमंत्रित' किया, क्या मिल पाएगा लोन?
Pakistan Economy Crisis: नवाज शरीफ सऊदी अरब में शाही मेहमान होंगे. वह रमजान के पवित्र महीने के आखिरी 10 दिन मदीना और मक्का में बिताएंगे. साथ ही पाकिस्तान के PM भी सऊदी दौरे पर जाएंगे .
Pakistan: आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान को मदद की उम्मीद है, अपने मित्र देशों से पाकिस्तान लगातार भीख मांग रहा है. इससे पहले भी सऊदी अरब पाकिस्तान की मदद कर चुका है. अब मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी अरब ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और मुस्लिम लीग-नवाज के सुप्रीमो नवाज शरीफ को उमराह के लिए आमंत्रित किया है.
जियो न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह निमंत्रण सऊदी अरब के किंग सलमान बिन अब्दुलअजीज अल ने भेजा है. ऐसे में पाकिस्तान इस मौके का फायदा उठाना चाहेगा. कयास लगाया जा रहा है कि सऊदी अरब एक बार फिर पाकिस्तान की आर्थिक मदद कर रहा है.
रिपोर्ट के मुताबिक, उमराह के लिए नवाज शरीफ अपनी बेटी मरियम नवाज और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ सऊदी अरब जाने की तैयारी में है. वे 11 अप्रैल को स्पेशल विमान से सऊदी अरब के लिए प्रस्थान करेंगे.
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी सऊदी अरब के दौरे पर जाने का मन बना चुके हैं. हालांकि इस बात की आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है. लेकिन पीएम के सऊदी दौरे से एक बात तय हो जाएगी कि पाकिस्तान को मदद मिलेगी. यानी सऊदी अरब उन्हें लोन देने के लिए मान गया है. बता दें कि नवाज शरीफ सऊदी अरब में शाही मेहमान होंगे. वह रमजान के पवित्र महीने के आखिरी 10 दिन मदीना और मक्का में बिताएंगे.
लोन देने से किया था इनकार
गौरतलब है कि सऊदी अरब ने पाकिस्तान को आसान वित्तीय बेलआउट या ब्याज मुक्त कर्ज नहीं देने का फैसला किया था. यह पाकिस्तान के लिए किसी झटके की तरह था. पाकिस्तान के वित्त मंत्री ने कहा था कि मित्र देश भी पाकिस्तान को आर्थिक संकट से बाहर लाने के लिए मदद करने के इच्छुक नहीं हैं. ऐसे में लग रहा था कि सऊदी के इस कदम के बाद दोनों देशों के रिश्तों पर असर जरूर पड़ेगा . लेकिन अब एक बार फिर सब कुछ ठीक होता दिख रहा है.
महंगाई का टूटा रिकॉर्ड
पाकिस्तान में महंगाई ने 58 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. पाकिस्तान सांख्यिकी विभाग के अनुसार, यहां पिछले एक साल में महंगाई का सबसे ज्यादा असर खाद्य और ट्रांसपोर्ट जैसी बेहद जरूरी सुविधाओं पर पड़ा है. यहां खाने के सामान के दाम पिछले एक साल में 47.2% तक बढ़े हैं. इस तरह यहां महंगाई ने आम लोगों की कमर तोड़ डाली है.
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