Saudi Arabia and Israel Crisis: आखिर क्यों सऊदी सरकार ने नए नक्शे में इजराइल को गायब कर दिया और फिलिस्तीन को जगह दी
Saudi Arabia: अमेरिका लंबे समय से सऊदी अरब और इजराइल के बीच संबंधों को सामान्य करने पर लगा हुआ है. जल्द ही दोनों के बीच एक बड़ा सुरक्षा समझौता भी कराने की बात सामने आ रही थी, जो अब मुश्किल लग रहा है.
Israel and Saudi Arabia Relation: अमेरिका की मध्यस्थता के बावजूद इजराइल और सऊदी अरब के संबंध पटरी पर आते नहीं दिख रहे. दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. हाल ही में सऊदी अरब ने जो किया है उससे संबंध और बिगड़ सकते हैं.
हाल ही में सऊदी अरब ने अपने नक्शे से इजराइल को हटा दिया है. उसकी जगह फिलिस्तीन को दिखाया गया है. सऊदी अरब के जनरल अथॉरिटी फॉर सर्वे एंड जियोस्पेशियल इन्फॉर्मेशन ने यह मैप जारी किया. उसने मीडिया से इसी मैप का उपयोग करने का अनुरोध किया.
अमेरिका आगे भी करेगा कोशिश
वहीं, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने गुरुवार को पॉडकास्ट पॉड सेव द वर्ल्ड से बातचीत के दौरान कहा कि सऊदी अरब और इजराइल के बीच समझौते को लेकर आगे भी कोशिशें जारी रहेंगी. सऊदी अरब ने बाइडेन प्रशासन को यह बताया है कि इज़राइल के साथ किसी भी सामान्यीकरण समझौते के लिए फिलिस्तीनी मुद्दों को हल करना जरूरी है.
अमेरिका जल्द करा सकता है बड़ा समझौता
बता दें कि अमेरिका लंबे समय से सऊदी अरब और इजराइल के बीच संबंधों को सामान्य करने पर लगा हुआ है. इसी कड़ी में वह मध्यस्थता कर रहा है और जल्द ही दोनों देशों के बीच एक बड़ा सुरक्षा समझौता भी कराने की बात सामने आ रही थी. हालांकि इस तरह के समझौता में काफी अड़ंगे हैं और मौजूदा हालात में इन्हें अमल में लाना मुश्किल नजर आ रहा है.
इसलिए बातचीत की टेबल पर आए दोनों
कई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले दिनों सऊदी अरब अमेरिका की मध्यस्थता में इजराइल को मान्यता देने के लिए तैयार हो गया था. इसके बदले में सऊदी अरब ने अमेरिका में बने अत्याधुनिक हथियारों और नागरिक परमाणु कार्यक्रम पर आगे बढ़ने की गारंटी बाइडेन सरकार से मांगी थी. इसके अलावा घरेलू यूरेनियम संवर्धन की शर्त भी इसमें थी. वहीं, इजराइल इसलिए तैयार है क्योंकि इस समझौते में उसे इस खाड़ी देश के साथ व्यापार और रक्षा सहयोग में काफी ज्यादा लाभ होगा.
ये भी पढ़ें