रियाद फेस्टिवल की वजह से लोगों के निशाने पर आए सऊदी क्राउन प्रिंस सलमान, जानें क्यों मचा बवाल?
रियाद सीजन फेस्टिवल का आयोजन सऊदी अरब में मार्च 2025 तक जारी रहेगा. मोहम्मद बिन सलमान की इस वक्त आलोचना हो रही है कि गाजा में लोग मर रहे हैं और वो फेस्टिवल का आयोजन कर रहे हैं.
Saudi Arabia Riyadh Season Festival: रियाद सीजन फेस्टिवल, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की विजन 2030 योजना का एक प्रमुख हिस्सा है. इस फेस्टिवल की शुरुआत 2019 में हुई थी और इसका उद्देश्य सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था में पर्यटन और मनोरंजन के माध्यम से विविधता लाना है.
12 अक्टूबर 2023 को शुरू हुए इस फेस्टिवल में कई ग्लोबल सितारे और कई देशों के सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल हैं. इस साल यह फेस्टिवल मार्च 2025 तक चलेगा, जिसमें लाखों लोग भाग ले रहे हैं. यह फेस्टिवल रियाद के विभिन्न स्थानों में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें थीम पार्क, रेस्तरां, सांस्कृतिक शो, और फैशन इवेंट्स शामिल हो रहे हैं.
🇸🇦 Congratulations to the Kingdom of Saudi Arabia for Riyadh Season 2024, world’s largest winter entertainment event.
— Terror Alarm (@Terror_Alarm) November 14, 2024
His Majesty Crown Prince MBS has been at the forefront of significant reforms within Saudi Arabia aimed at reducing the influence of extremist ideologies and… pic.twitter.com/BT1pktowqg
आलोचनाओं के घेरे में फेस्टिवल
रियाद सीजन फेस्टिवल को लेकर सोशल मीडिया और अन्य मंचों पर तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. आलोचनाओं की दो प्रमुख वजहें हैं, जो इस प्रकार है.
गाजा और लेबनान में चल रहे युद्धों की अनदेखी:
गाजा और लेबनान में संघर्ष के बीच इस भव्य आयोजन को संवेदनशीलता की कमी के रूप में देखा जा रहा है. कई लोगों का मानना है कि यह फेस्टिवल उन मानवीय संकटों के प्रति उदासीनता दर्शाता है, जो इन क्षेत्रों में चल रहे हैं.
सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं का उल्लंघन:
इंटरनेशनल फैशन शो और मशहूर हस्तियों के कपड़े, विशेष रूप से जेनिफर लोपेज और कैमिला कैबेलो की प्रस्तुतियों ने सऊदी संस्कृति पर सवाल खड़े किए हैं. सोशल मीडिया पर इसे इस्लामी और सऊदी परंपराओं के खिलाफ बताया गया है.
गाजा संघर्ष और सऊदी अरब की भूमिका
गाजा में जारी संघर्ष और लेबनान में तनावपूर्ण हालातों के बीच, रियाद सीजन जैसे भव्य आयोजनों को असंवेदनशील माना जा रहा है. सोशल मीडिया पर कुछ उपयोगकर्ताओं ने इसे "शर्मनाक" और "अनैतिक" कहा है.
एली साब का फैशन शो
इस साल के सबसे चर्चित कार्यक्रमों में से एक था लेबनानी डिजाइनर एली साब का फैशन शो '1001 सीजन्स ऑफ एली साब'. इस शो में अरब की विरासत और आधुनिक डिजाइन का संगम दिखाया गया, लेकिन यह भी विवादों का कारण बना. शो में प्रस्तुत की गई डिजाइन और कपड़े कई धार्मिक और सांस्कृतिक समूहों को आहत करने वाले लगे. जेनिफर लोपेज और अन्य कलाकारों के स्टेज परफॉर्मेंस ने भी विवाद पैदा किया. लोपेज के कपड़ों और प्रस्तुति को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे सऊदी सभ्यता के विरुद्ध बताया.
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, जैसे एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर यूजर ने गाजा युद्ध के संदर्भ में कड़े बयान दिए. एक यूजर ने लिखा कि "अल्लाह हमें माफ करे. यह फेस्टिवल हमारी संस्कृति और धर्म के खिलाफ है."
फेस्टिवल से फायदा
रियाद सीजन फेस्टिवल ने सऊदी अरब को वैश्विक पर्यटन और मनोरंजन के नक्शे पर स्थापित किया है. 2022 में इस फेस्टिवल में करीब 2 करोड़ लोगों ने भाग लिया, जिससे अर्थव्यवस्था को बड़ा सहारा मिला.
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