सऊदी अरब जल्द ही कोविड-19 वैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण शुरू करने जा रहा है. तीसरे चरण का परीक्षण 18 साल से ऊपर के 5 हजार वॉलेंटियर पर किया जाएगा. वर्तमान में रियाद, दम्माम और मक्का में वैक्सीन के परीक्षण की योजना है.


वॉलेंटियर के दो ग्रुप में एक ग्रुप को वैक्सीन का कम डोज दिया जाएगा. जबकि दूसरे ग्रुप को Placebo दिया जाएगा. वैक्सीन को चीन की कंपनी CanSino Biologics Inc और सैन्य अनुसंधान यूनिट के संयुक्त प्रयास से तैयार किया गया है. शोधकर्ताओं ने कहा है कि CanSino की वैक्सीन सुरक्षित साबित हुई है और इम्युन रिस्पॉंस प्रेरित करने में सफलता मिली है.


सऊदी अरब में कोविड वैक्सीन का मानव परीक्षण


चीन में CanSino की Ad5-nCov मानव परीक्षण के चरण तक पहुंचनेवाली पहली वैक्सीन थी. Ad5-nCOV का पहले चरण का मानव परीक्षण 27 मार्च को 108 वॉलेंटियर पर किया गया था. जबकि 11-16 अप्रैल तक चले दूसरे चरण के मानव परीक्षण में 603 वॉलेंटियर को शामिल किया गया. हालांकि दोनों चरणों के परीक्षण में वॉलेंटियर पर कुछ साइड इफेक्ट्स पाए गए थे. मगर परीक्षण प्रगति के मुकाबले में ये वैक्सीन Sinovac Biotech और Sinopharm की वैक्सीन से पिछड़ गई. Sinovac Biotech और Sinopharm की वैक्सीन को पहले ही तीसरे चरण के मानव परीक्षण की मंजूरी मिल चुकी है.


महामारी के शुरुआत में चीन से किया था करार


चीन ने अपनी सेना के लिए CanSino की वैक्सीन को सीमित इस्तेमाल की मंजूरी की इजाजत दी है. जबकि Sinopharm की वैक्सीन के दो डोज विदेश का सफर करनेवाले राष्ट्रीयकृत कंपनियों के कर्मचारियों को दिया जा रहा है. कोविड-19 के खिलाफ चीन और सऊदी अरब के बीच सहयोग की शुरुआत महामारी फैलने के साथ ही हो गई थी. अप्रैल में दोनों मुल्कों के बीच समझौते के मुताबिक चीन को जरूरी सामान, उपकरण और दक्षता मुहैया कराना था. जिससे 9 मिलियन कोविड-19 का टेस्ट किया जा सके. CanSino की रूस, ब्राजील और चिली के साथ वैक्सीन के परीक्षण की बात चल रही है.


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