नई दिल्ली: सऊदी अरब में एक ऐसा शहर बनने जा रहा है, जहां न तो गाड़ियां चलेंगी और न ही सड़कें होंगी. शहर में अत्याधुनिक परिवहन के ज़रिए एक जगह से दूसरी जगह आना जाना किया जाएगा और 170 किलोमीटर लंबे शहर में प्रदूषण भी शून्य होगा. गाड़ियां भले ही नहीं होंगी, लेकिन शहर के लोग एक कोने से दूसरे कोने तक का सफर महज़ 20 मिनटों में तय कर लेंगे.


ख्वाब जैसे लगने वाले इस प्रोजेक्ट को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और नियोम कंपनी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने लॉन्च किया. इस प्रोजेक्ट का नाम 'द लाइन' रखा गया है. उन्होंने एलान किया कि 170 किलोमीटर में फैले इस रिहायशी प्रोजेक्ट में न तो सड़कें होंगी और न ही गाड़ियां. ये प्रकृति के चारों ओर बनाया जाएगा.


क्राउन प्रिंस का कहना है कि ये प्रोजेक्ट मानवता के सामने खड़ी बुनियादी ढांचे, प्रदूषण, यातायात, और मानव भीड़ जैसी चुनौतियों का सीधा जवाब है. नियोम का दावा है कि 'द लाइन' प्रोजेक्ट के ज़रिए 150 सालों में पहली बार ऐसा हो रहा है कि शहर सड़कों के आस पास नहीं बल्कि लोगों के आस पास डिज़ाइन किया गया है. शहर में स्कूल, मेडिकल क्लीनिक और हरियाली वाली जैसी जगहें सिर्फ पांच मिनट की पैदल दूरी पर होंगी.


आपको बता दें कि 'द लाइन' प्रोजेक्ट की शुरुआत 2021 की पहली तिमाही में हो जाएगी. इस प्रोजेक्ट को नियोम ने दुनिया के सबसे जटिल और चुनौतीपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में से एक करार दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 2025 तक ये शहर बनकर तैयार हो जाएगा.


शहर में रह सकेंगे 10 लाख लोग
सऊदी अरब के इस प्रोजेक्ट के तहत बनने वाले शहर में करीब 10 लाख लोग रह सकेंगे. इस प्रोजेक्ट के बुनियादी ढांचे को बनाने में 200 बिलियन डॉलर यानी करीब 14.70 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे. जबकि पूरे नियोम शहर पर सऊदी सरकार 500 अरब डॉलर यानी करीब 36.75 लाख करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है.


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