Saudi Work Visa System Change: दुनिया के सबसे बड़े इस्‍लामिक मुल्‍क सऊदी अरब (Saudi Arabia) की हुकूमत अपने वर्क वीजा सिस्टम में बदलाव करने जा रही है. वहां जो नए वीजा नियम बनाए गए हैं, उससे भारतीयों को दिक्‍कतें उठानी पड़ सकती हैं. हजारों भारतीय अरब प्रायद्वीप में वर्क वीजा के माध्‍यम से वहां रहते हैं, और बहुत-से भारतीयों को वहां आए रोज आवागमन होता है.


सऊदी किंगडम के राजपत्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी सरकार ने कौशल आधारित भर्ती के लिए नए नियम पेश किए हैं. वहां मानव संसाधन और सामाजिक विकास मंत्रालय (MHRSD) ने कुछ क्षेत्रों में नई भर्तियों के लिए 3 स्किल-लेवल तैयार की हैं, ये बदलाव सऊदी मार्केट में कुशल श्रमिकों की पेशेवर क्षमता में सुधार के साथ-साथ उत्पादकता बढ़ाने और अयोग्य श्रमिकों के प्रवाह को कम करने के प्रयासों के चलते किए गए हैं. 


सऊदी कुशल श्रमिक वीजा (Saudi Skilled Worker Visa)


प्रस्तावित स्तरों को इस प्रकार बांटा किया गया है:



  1. हाई

  2. मीडियम 

  3. लो




मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि सऊदी सरकार ने कुशल श्रमिकों को बढ़ावा देने के लिए 3 कार्य पद्धतियों पर विचार किया और उनकी इंटरनेशनल ट्रेंड्स के साथ तुलना की. सऊदी अरब में भर्ती प्रणाली का विश्लेषण किए जाने के बाद आउटपुट में इस तरह बातें सामने आईं- 



  • कार्यान्वयन योजना

  • विस्तृत परियोजना चार्टर्स

  • ऑपरेशनल मॉडल 

  • परफॉर्मेंस इंडिकेटर्स

  • भर्ती प्रबंधन


इन सब पर सऊदी अरब नए नियमों के तहत वीजा जारी कर सकती है. इस साल की शुरुआत में, वहां के मानव संसाधन और सामाजिक विकास मंत्रालय ने अपने कौशल सत्यापन कार्यक्रम के पहले चरण का शुभारंभ किया था. जिसके तहत कुशल कामगारों की प्रैक्टिकल और लिखित परीक्षा कराई जाएगी, जिसके आधार पर वे सऊदी वर्क वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं.


प्रारंभिक चरण में कौशल परीक्षण के लिए प्लम्बर, इलेक्ट्रीशियन, वेल्डर, ऑटोमोबाइल इलेक्ट्रीशियन और रेफ्रिजरेशन/एयर कंडीशनिंग तकनीशियन सहित पांच व्यवसायों का चयन होगा. इस कार्यक्रम का पहला चरण पाकिस्तान, भारत और बांग्लादेश को ध्‍यान में रखकर शुरू किया गया.


यह कार्यक्रम यह सत्यापित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था कि मुल्‍क के सभी कुशल श्रमिकों के पास उस नौकरी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आवश्यक कौशल है, जिसके लिए उन्हें भर्ती किया गया था.


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