नई दिल्ली: सऊदी के प्रिंस बिन सलमान ने भारत के सामने आतंकवाद के खतरों से निपटने के लिए एक बेहद ही महत्वपूर्ण प्रस्ताव रखा है. भारत दौरे पर पीएम मोदी से बात करते हुए मोहम्मद बिन सलमान ने दोनों देशों के बीच खुफिया जानकारी 'रियल टाइम' पर साझा करने का प्रस्ताव दिया. बुधवार को सरकारी सूत्रों की ओर से प्रिंस बिन सलमान के इस प्रस्ताव के बारे में जानकारी दी गई है.


इसके अलावा दोनों नेताओं के बीच बुधवार को हुई बातचीत के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) स्तरीय व्यापक सुरक्षा संवाद स्थापित करने और आतंकवाद के खिलाफ अलग से एक संयुक्त कार्य समूह बनाने पर सहमति बनी.


सूत्रों ने कहा कि युवराज ने खास तौर पर खुफिया और जटिल जानकारी पर अपने देश की क्षमताओं का जिक्र किया. उन्होंने इस बारे में बात की कि कैसे दोनों देश रियल टाइम पर खुफिया जानकारी साझा करने की दिशा में साथ मिल कर काम कर सकते हैं.


एक संयुक्त बयान में कहा गया कि भारत और सऊदी अरब ने दूसरे सभी देशों को एक-दूसरे के खिलाफ आतंकवाद के इस्तेमाल न करें. इसके अलावा आतंकवाद के आधारभूत ढांचे को नष्ट करने के साथ-साथ आतंकवादियों को किसी भी जरिये से आर्थिक मदद नहीं मिलने को सुनिश्चित किया जाए. हालांकि, इसमें पाकिस्तान या पाकिस्तान स्थित आतंकी समूहों का कोई जिक्र नहीं था.


एक सूत्र ने कहा, ''युवराज ने यह माना कि आतंकवाद के साझा खतरे को ध्यान में रखते हुए यह बेहद जरूरी है कि दोनों देशों में रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिये करीबी सहयोग हो.''