Pakistan Russia Joint Military Drill: भारत का पड़ोसी मुल्क और देश का सबसे बड़ा दुशमन कहे जाने वाला पाकिस्तान इन दिनों रूस के साथ अपने रिश्ते सुधारने पर जोर दे रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान और रूस ने द्रुज्बा (मतलब दोस्ती) VII नामक एक संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू किया है. ये दोनों देशों के सेनाओं के बीच 7वां द्विपक्षीय संयुक्त आतंकवाद विरोधी अभ्यास है. इसकी जानकारी इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने मंगलवार (15 अक्टूबर) को दी है. 


पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग के अनुसार अभ्यास का मकसद मित्र देशों के बीच सैन्य संबंधों का इस्तेमाल करना है. इसके अलावा एक साथ ट्रेनिंग के माध्यम से प्रोफेशनल स्किल को निखारना है. ISPR ने कहा कि दो हफ्ते तक चलने वाला यह अभ्यास 13 अक्टूबर को खैबर पख्तूनख्वा (केपी) में स्थित राष्ट्रीय आतंकवाद-रोधी केंद्र पाब्बी में किया जा रहा है. ज्वाइंट ड्रिल में पाकिस्तान सेना के लाइट कमांडो ट्रूप्स और रूसी सैन्य दल हिस्सा ले रहे हैं.






कब हुआ था आखिरी सैन्य अभ्यास?
पाकिस्तान और रूस के बीच आखिरी सैन्य अभ्यास - द्रुज्बा VI - 2021 में रूस के क्रास्नोडार के मोल्किनो ट्रग क्षेत्र में आयोजित किया गया था. पाकिस्तानी सशस्त्र बल नियमित रूप से युद्ध की तैयारी बढ़ाने, प्रशिक्षण और वर्तमान सैन्य सिद्धांत में समस्याओं की पहचान करने के लिए अन्य देशों के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास करते हैं.


SCO समिट के दौरान पाकिस्तान का ज्वाइंट ड्रिल
रूस और पाकिस्तान के बीच सैन्य अभ्यास ऐसे समय हो रहा है जब इस्लामाबाद में शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) समिट चल रही है. खास बात ये है कि रूस खुद भी SCO का एक महत्वपूर्ण सदस्य है. वहीं दो दिवसीय SCO समिट मंगलवार को शुरू हुई, जिसमें कई बड़े नेता शामिल हैं. इसमें भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर भी शामिल हुए हैं, जो मंगलवार (15 अक्तूबर) की शाम को पाकिस्तान पहुंचे.


रूस-पाकिस्तान के संबंधों में आई मधुरता
रूस भारत का एक करीबी साथी रहा है. हालांकि, बीते कुछ सालों में रूस की नजदीकियां भारत के सबसे बड़े दुश्मन पाकिस्तान के साथ बढ़ी हैं. नतीजा ये हुआ है कि दोनों देशों के बीच साझा सैन्य अभ्यास आयोजित किए जा रहे हैं. हथियारों के समझौते भी हो रहे हैं. इसके अलावा, रूस और पाकिस्तान के बीच व्यापारिक संबंध भी तेजी से बढ़ रहे हैं, जो इस साल 1 अरब डॉलर तक पहुंच गया है.


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