पश्चिमी जर्मनी के डोर्टमुंड शहर में दूसरे विश्वयुद्ध के दो बम मिले जिसके बाद सुरक्षा के नजरिए से 14 हजार लोगों को वहां से हटाना पड़ा. अधिकारियों ने शनिवार को बताया था कि मित्र सेनाओं ने युद्ध के दौरान इम बमों को यहां गिराया था जिन्हें दफना दिया गया था. शहर के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से बताया गया कि वर्कर्स को कंस्ट्रक्शन के दौरान इन दफन किए गए बमों के बारे में पता चला.
ये बम 250 किलो के हैं और प्रत्येक का वजन 550 पाउंड है. इनमें से एक ब्रिटिश है और दूसरा अमेरिकन है. इन बमों के मिल जाने के बाद दो और बमों की तलाश की जा रही है जिनके बारे में अनुमान है कि उन्हें भी इन्हीं के साथ दफनाया गया था. हालांकि फिलहाल तक कुछ नहीं मिला है.
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इस खोज के कारण दो अस्पतालों को खाली कराया गया और रेल ट्रैफिक को भी रोक दिया गया. जर्मनी में द्वितीय विश्वयुद्ध के बमों का मिलना कोई नई बात नहीं है और अब तो यहां के लोग भी इसके अभ्यस्त हो चुके हैं. जब भी ऐसे बम पाए जाते हैं, लोगों की सुरक्षा के लिए इलाके को खाली कराना पड़ता है.
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सितंबर 2019 में 250 किलो का बम बरामद हुआ था जिसके कारण 15 हजार लोगों को वहां से हटाना पड़ा था. फ्रैंकफर्ट में 2017 में 65 हजार लोगों को हटाना पड़ा था क्योंकि 1.4 टन का एक बम बरामद हुआ था. ये अभी तक बरामद हुए बमों में सबसे बड़ा था.
आपको बता दें कि साल 1939 से लेकर 1945 तक एक युद्ध चला था जिसे दूसरा विश्वयुद्ध कहा जाता है. इस युद्ध में करीब 70 देश शामिल थे और दुनिया दो भागों में बंद गई थी. मित्र राष्ट्र और धुरी राष्ट्र. इस युद्ध में मित्र राष्ट्रों की जीत हुई और धुरी राष्ट्रों को हथियार डालने पड़े. ये मानव इतिहास का सबसे भयानक युद्ध था और इसी के बाद ये कहा जाने लगा कि तीसरा युद्ध दुनिया खत्म कर देगा.