People's Protest in PoK: पीओके में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों पर सुरक्षा बलों ने की फायरिंग, कई घायल
People's protest in PoK: पीओके में लोगों को बुनियादी अधिकारों से वंचित रखा गया है. उन्हें उच्च मुद्रास्फीति, खराब शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं जैसी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.
![People's Protest in PoK: पीओके में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों पर सुरक्षा बलों ने की फायरिंग, कई घायल Security forces opened fire on people protesting peacefully in PoK, many injured People's Protest in PoK: पीओके में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों पर सुरक्षा बलों ने की फायरिंग, कई घायल](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/07/22/4e028718733feaf2dec9e6dc35532ed21658477983_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
People's protest in PoK: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के पुंछ (Poonch) इलाके में सुरक्षा बलों द्वारा की गई अंधाधुंध फायरिंग में कई प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं. सूत्रों के अनुसार यह घटना गुरुवार (21 जुलाई) को हुई जिसमें अब तक कम से कम 65 स्थानीय लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनमें से 30 के खिलाफ आतंकी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है.
उच्च मुद्रास्फीति (High Inflation) और पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा बुनियादी मानवाधिकारों (Human Rights) से इनकार करने पर पीओके में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. पुंछ के पागली इलाके में गुरुवार को स्थानीय लोग मुख्य राजमार्ग पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, तभी पाकिस्तानी सुरक्षा बलों (Pakistani Security Forces) और स्थानीय पुलिस (Police) ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी.
प्रदर्शन कर रहे लोगों में से कई गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और अधिकारियों द्वारा अभी तक मृतकों की संख्या का खुलासा नहीं किया गया है.
लोगों ने आंदोलन जारी रखने का फैसला किया
स्थानीय लोगों में से एक ने कहा, “यह राज्य आतंकवाद का एक कार्य है क्योंकि पुलिस ने हम पर सीधी गोलियां चलाई हैं. हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं. क्या हमारे मूल अधिकारों के लिए आवाज उठाना अपराध है? मैं स्थानीय युवाओं से बड़ी संख्या में इकट्ठा होने और राज्य के अत्याचारों का मुंहतोड़ जवाब देने का अनुरोध करता हूं. ” पागली क्षेत्र के निवासियों ने राज्य के अत्याचारों के खिलाफ आंदोलन जारी रखने का फैसला किया है.
पीओके में लोगों को बुनियादी अधिकारों से वंचित रखा गया है और उन्हें उच्च मुद्रास्फीति, खराब शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं जैसी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. जब भी वे अपने मौलिक अधिकारों के लिए आवाज उठाते हैं, तो सुरक्षा एजेंसियां (Security Agencies) असहमति को दबाने के लिए क्रूर बल का प्रयोग करती हैं.
पिछले हफ्ते, POK के कई हिस्सों में दर्जनों नाराज निवासियों ने इस्लामाबाद (Islamabad) की कठोर नीतियों के खिलाफ सड़कों को अवरुद्ध कर दिया, जो कथित तौर पर स्थानीय लोगों के आर्थिक हितों को नुकसान पहुंचा रही हैं. पीओके के 40 लाख निवासियों को कभी भी एक शब्द बोलने और अपनी राजनीतिक और सामाजिक-आर्थिक शिकायतों को दूर करने की अनुमति नहीं दी गई है.
यह भी पढ़ें:
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![शंभू भद्र](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/fdff660856ace7ff9607d036f59e82bb.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)