अमेरिका: जर्नलिस्ट का दावा- लोग घबराएं नहीं इसलिए ट्रंप ने सार्वजनिक तौर पर कोरोना को तवज्जों नहीं दी
अमेरिका में एक पत्रकार का दावा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कोरोना को लेकर सार्वजनिक तौर पर तव्वजों इसलिए नहीं दी, क्योंकि वो लोगों में घबराहट पैदा नहीं करना चाहते थे.
वाशिंगटन: अमेरिका के एक जाने माने पत्रकार की नई किताब में दावा किया गया है कि देश के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह स्वीकार किया कि उन्होंने घातक कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे को सार्वजनिक तौर पर इसलिए तवज्जो नहीं दी, क्योंकि वह लोगों में घबराहट पैदा नहीं करना चाहते थे.
खोजी पत्रकार बॉब वुडवर्ड की किताब ‘रेज’ 15 सितंबर से दुकानों पर उपलब्ध होगी. वुडवर्ड ने इस किताब के कुछ अंश और ट्रंप के साक्षात्कार के कुछ हिस्से बुधवार को जारी किए. पत्रकार ने ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ को एक रिकॉर्डिंग उपलब्ध कराई है, जिसके अनुसार ट्रंप ने मार्च में बुडवर्ड से कहा था, ‘‘मैं हमेशा इसे कम महत्व देना चाहता था. मैं अब भी इसे तवज्जो नहीं देना चाहता, क्योंकि मैं लोगों में घबराहट पैदा नहीं करना चाहता.’’
ट्रंप ने सात फरवरी को एक अन्य साक्षात्कार में पत्रकारों से कहा था कि कोरोना वायरस बहुत घातक फ्लू है और यह हवा से भी फैल सकता है. इस साक्षात्कार की ऑडियो क्लिप ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ ने जारी की है. किताब के अनुसार, ट्रंप ने वुडवर्ड से कहा था कि वह कोविड-19 वैश्विक महामारी और आर्थिक संकट से अवश्य जीतेंगे.
ट्रंप ने महामारी के खतरों को सार्वजनिक तौर पर तवज्जो नहीं देने के अपने फैसले का बुधवार को बचाव किया और लोगों से झूठ बोलने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह नहीं चाहते थे कि उनके देश के लोग घबरा जाएं.
इस बीच, ट्रंप के साक्षात्कार के अंश देरी से जारी करने के कारण आलोचनाओं का शिकार हो रहे वुडवर्ड ने अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा कि उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए समय चाहिए था कि ट्रम्प ने जो टिप्पणियां की थीं, वह सही थीं.
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