क्राइस्टचर्चः न्यूजीलैंड़ के क्राइस्टचर्च में दो मस्जिदों पर हमला करने वाले ब्रेंटन हैरिसन टारेंट को एक अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई और इस दौरान वह पैरोल भी नहीं ले सकता. इन हमलों में 51 लोगों की मौत हुई थी. न्यायाधीश कैमरॉन मेंडर ने ऑस्ट्रेलाई हमलावर ब्रेंटन हैरिसन टारेंट (29) को उम्रकैद की सजा सुनाई.


उम्रकैद की सजा भी काफी नहीं- जज


न्यायाधीश ने कहा कि टारेंट का अपराध इतना क्रूर है कि उम्रकैद की सजा उसके प्रायश्चित के लिए काफी नहीं हो सकती. मेंडर ने कहा, ‘‘ तुम्हारी हरकत अमानवीय थी. तुमने जानबूझकर तीन साल के एक बच्चे की हत्या की, जो अपने पिता के पैर से लिपटा था.’’


गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया मूल के ब्रेंटन टारेंट (29) ने पिछले साल 15 मार्च को मध्य क्राइस्टचर्च की अल नूर मस्जिद और शहर के बाहरी हिस्से में लिनवुड मस्जिद पर गोलीबारी की थी. इस पूरी घटना का वीडियो फेसबुक पर लाइव प्रसारित भी किया गया था.


चार दिन तक चली सजा पर सुनवाई


सजा पर फैसले के लिए सुनवाई चार दिन तक चली और इस दौरान हमले के 90 पीड़ितों और उनके परिवार के सदस्यों ने एक बार फिर हमले का वो खूनी मंजर याद किया.


बता दें कि बीते साल 15 मार्च 2019 को ऑस्ट्रेलिया मूल के 28 साल के ब्रेंटन ने अल-नूर और लिनवुड मस्जिद में नमाज के दौरान लोगों पर अंधाधुंध गोलियां चलाई थीं. इस हमले में ब्रेंटन को 51 लोगों की हत्या का दोषी पाया गया था. मारे गए लोगों में 8 भारतीय नागरिक भी शामिल थे. टैरंट ने इस नरसंहार का वीडियो फेसबुक पर लाइव भी किया था. हालांकि उसे हमले के 21 मिनट बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.


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