पाकिस्तान को आज बड़ा झटका लगा है. टेरर फंडिंग पर नजर रखने वाली संस्था FATF ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में बरकरार रखा. FATF ने कहा कि पाकिस्तान एन्हांस्ड मॉनिटरिंग के दर्जे में है. क्योंकि वहां अब भी टेरर फंडिंग से जुड़ी कई कमियां बरकरार हैं.


एफएटीएफ के मुताबिक, पाकिस्तान के मामले पर अब जून 2021 में विचार किया जाएगा. पाकिस्तान को UN नामित आतंकियों और उसके साथियों को आर्थिक रसद मुहैया कराने समेत 3 पैमाने पर अभी भी अपना सुधार दिखाना है.


एफएटीएफ ने कहा कि जून में हम देखेंगे कि जो कदम उठाए गए हैं वो कितने स्थायी हैं. उसका आकलन करने के बाद ही सदस्य देश तय करेंगे कि ग्रे लिस्ट पर आगे क्या निर्णय लेना है.


बता दें कि पेरिस स्थित वित्तीय कार्यबल (एफएटीएफ) ने जून 2018 में पाकिस्तान को ‘ग्रे लिस्ट’ में रखा था. तब एफएटीएफ ने पाकिस्तान से कहा था कि 2019 के अंत तक मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिग पर लगाम लगाएं. हालांकि बाद में कोविड-19 महामारी के कारण यह समयसीमा बढ़ा दी गई थी.


अक्टूबर 2020 में एफएटीएफ की हुई बैठक में पाकिस्तान को फरवरी 2021 तक ग्रे लिस्ट में जारी रखने का फैसला लिया था. तब एफएटीएफ ने कहा था कि पाकिस्तान वैश्विक धनशोधन और आतंकवादी वित्तपोषण निगरानी के 27 में से छह दायित्वों को पूरा करने में विफल रहा है.


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