पाकिस्तान को UNSC में कुर्सी मिलते ही भारत के खिलाफ साजिश रचने लगा आतंकी पन्नू! PM शहबाज को याद दिलाई 'पुरानी कसम'
Pannun Wrote Letter to Pak PM: सिख फॉर जस्टिस का प्रमुख आतंकी पन्नू कई बार पाकिस्तान के लौहार में भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैला चुका है.
Pannun Wrote Letter to Pak PM: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में पाकिस्तान के अस्थाई सदस्य बनाने के बाद एक बार फिर से पाकिस्तान और खालिस्तान के गठजोड़ का पर्दाफाश हुआ है. एबीपी न्यूज के हाथ आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) का पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को लिखा एक पत्र लगा है जिसमें आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ना सिर्फ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को बधाई दे रहा है बल्कि पाकिस्तान से खालिस्तान पर उसका वादा भी याद दिला रहा है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के नाम लिखे पत्र में आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने लिखा है कि पाकिस्तान हमेशा से अलग देश 'खालिस्तान' का समर्थक रहा है और उसे उम्मीद है कि अब पाकिस्तान के संयुक्त राष्ट्र में खालिस्तान का मुद्दा उठाएगा जिससे पाकिस्तान का कश्मीर पर स्टैंड भी मजबूत होगा.
अतीत में पन्नू भी चल चुका है नापाक चाल
ये पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान और खालिस्तान का गठजोड़ इस तरह से सार्वजनिक हुआ हो, इससे पहले भी एक पड़ताल में सामने आया था कि कैसे अमेरिका में बैठे इस खालिस्तानी आतंकी की वेबसाइट पाकिस्तान के शहर लाहौर से ऑपरेट हो रही है. इसके साथ ही आतंकी पन्नू कई मर्तबा लाहौर जाकर वहां पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके खालिस्तान का प्रोपेगेंडा फैला चुका है.
पाकिस्तानी के सरकारी न्यूज चैनल विदेशों में पन्नू की ओर से आयोजित खालिस्तानी रेफरेंडम को कवरेज देते रहे हैं और उसकी मदद करते रहे हैं. ऐसे में अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थाई सदस्य बनने के बाद खालिस्तानी आतंकी पन्नू पाकिस्तान से विदेशों में चल रहे उसके अभियानों को सुरक्षा परिषद में उठाने के लिए मदद मांग रहा है.
पाकिस्तान को UNSC में मिली अस्थाई सीट
पाकिस्तान ने साल 2025 के पहले दिन संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के तौर पर काम शुरू कर दिया है. इससे पहले वो साल 1952-53, 1968-69, 1976-77, 1983-84, 1993-94, 2003-04 और 2012-13 में अस्थायी सदस्य के तौर पर काम कर चुका है. जून 2024 में पाकिस्तान के साथ डेनमार्क, ग्रीस, पनामा और सोमालिया भी अस्थायी सदस्यों के तौर पर चुने गए थे.
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