Pakistan New PM: पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़ (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज़ शरीफ पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बन गए हैं. उनके पक्ष में 174 वोट पड़े हैं. वोटिंग के दौरान दर्शक दीर्घा में मौजूद उनकी भतीजी और तीन बार के पूर्व पीएम नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज शरीफ भी मौजूद थीं.
मरियम नवाज ने अपने चाचा के पीएम बनने पर ट्वीट कर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा, जगत के स्वामी अल्लाह की स्तुति करो! नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बन गए.” शहबाज शरीफ भारतीय समय के अनुसार रात के करीब साढ़े आठ बजे प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे.
उल्लेखनीय है कि रविवार तड़के संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में एक अविश्वास प्रस्ताव के जरिए इमरान खान को प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया. अविश्वास प्रस्ताव पर यह वोटिंग सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हुई. देश के इतिहास में खान ऐसे पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं जिन्हें अविश्वास प्रस्ताव के जरिए पद से हटाया गया है.
शहबाज का सियाजी सफर
- सितंबर 1951 में लाहौर में पंजाबी भाषी कश्मीरी परिवार में जन्में शहबाज़ ने 1980 के दशक के मध्य में अपने बड़े भाई नवाज़ के साथ राजनीति में प्रवेश किया.
- वह पहली बार 1988 में पंजाब विधानसभा के सदस्य चुने गए जब नवाज़ पंजाब के मुख्यमंत्री बने.
- शहबाज़ पहली बार 1997 में पंजाब के मुख्यमंत्री बने जब उनके भाई केंद्र में प्रधानमंत्री थे.
- साल 1999 में जनरल परवेज मुशर्रफ ने तख्तापलट कर नवाज़ शरीफ को बर्खास्त कर दिया था.
- शहबाज़ इसके बाद अपने परिवार के साथ आठ साल तक सऊदी अरब में निर्वासन में रहे और 2007 में वतन लौटे.
- वह 2008 में दूसरी और 2013 में तीसरी बार पंजाब के मुख्यमंत्री बने.
- शहबाज़ ने दावा किया है कि जनरल मुशर्रफ ने उन्हें प्रधानमंत्री पद की पेशकश की थी और शर्त रखी थी कि वह अपने बड़े भाई नवाज़ को छोड़ दें, लेकिन उन्होंने इसके लिए साफ इनकार कर दिया था.
- पनामा पेपर्स मामले में 2017 में प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ को पद से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद, पीएमएल-एन ने शहबाज़ को पार्टी अध्यक्ष नियुक्त किया.
- 2018 के चुनावों के बाद शहबाज नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता बने.
- सितंबर 2020 में, शहबाज़ को भ्रष्टाचार विरोधी निकाय– राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने धन शोधन और स्रोत से अधिक आय के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था. ये आरोप इमरान खान की सरकार ने उनपर लगाए थे.
- शहबाज़ ने आरोपों से इनकार किया और वह कई महीनों तक जेल में रहे. बाद में उन्हें जमानत मिली.
- फिलहाल वह ब्रिटेन में पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) द्वारा उनके खिलाफ लाए गए 14 अरब पाकिस्तानी रुपये के धन शोधन के मामले का सामना कर रहे हैं. वह इस मामले में भी जमानत पर हैं.
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