Shahbaz Sharif furious over US sanctions: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने देश के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम का मंगलवार को बचाव किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की चार कंपनियों पर हाल ही में लगाए गए अमेरिकी प्रतिबंधों का “कोई औचित्य नहीं है.”
अमेरिका ने बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में योगदान देने के आरोप में पाकिस्तान सरकार के स्वामित्व वाली प्रमुख एयरोस्पेस और रक्षा एजेंसी नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स (एनडीसी) के अलावा कराची स्थित अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, एफिलिएट्स इंटरनेशनल और रॉकसाइड एंटरप्राइज पर प्रतिबंध लगाए हैं.
शहबाज ने मंत्रिमंडल की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा, “हमारे नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स और अन्य कंपनियों पर लगाए गए प्रतिबंधों का कोई औचित्य नहीं है.”
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान का अपनी परमाणु प्रणाली को आक्रामक बनाने का कोई इरादा नहीं है. यह पूरी तरह से पाकिस्तान की रक्षा के लिए है. यह सिर्फ निवारक प्रणाली है, और कुछ नहीं.”
शहबाज ने कहा कि “ऊपरवाला न करे, लेकिन अगर पाकिस्तान के खिलाफ आक्रामकता हो तो ऐसी सूरत में देश की रक्षा की जा सके, इसके लिए बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम तैयार किया गया.
इससे पहले, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एनडीसी और तीन अन्य कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिका के फैसले को “दुर्भाग्यपूर्ण और भेदभावपूर्ण” बताया था.
शहबाज ने कहा कि विदेश कार्यालय ने “उचित प्रतिक्रिया” दी है. उन्होंने कहा, “परमाणु कार्यक्रम देश की जनता के दिल के बेहद करीब है और इसके साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। पूरा देश इस मुद्दे पर एकजुट है.”
पाकिस्तान की बैन कंपनियों की सूची
पाकिस्तान की जिन कंपनियों को बैन किया है उनमें डायनेमिक इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन, एनरक्विप प्राइवेट लिमिटेड, एनएआर टेक्नोलॉजीज जनरल ट्रेडिंग एलएलसी, ट्रोजन, रेनबो सॉल्यूशंस और यूनिवर्सल ड्रिलिंग इंजीनियर्स शामिल हैं. अब इन कंपनियों को अमेरिकी उपकरणों को खराीद में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.