Islamic Fundamentalism in India: पाकिस्तान के मुसलमान लगातार भारत पर आरोप लगाते हैं कि इंडिया में मुसलमान सुरक्षित नहीं हैं, और उनके साथ भारत में जुल्म किए जा रहे हैं. इस सवाल का एक भारतीय मुस्लिम लड़की ने तीखा जवाब दिया है. नाजिया इलाही खान ने कहा कि जबतक भारत मुसलमान अपने दिमाग पर बंधी पट्टी नहीं खोलेंगे कुछ नहीं होने वाला है.


पाकिस्तानी यूट्यूबर शैला खान के सवालों का जबाव देते हुए नाजिया इलाही खान ने कहा कि भारत की सुरक्षा के लिए देश के हिंदू और सिख नौजवान सीमा पर गोली खाते हैं. दूसरी तरफ भारत में मुसलमानों के बच्चे के बच्चे कहीं हनुमान चालीसा का पाठ बंद करवा रहे हैं तो कहीं हांथ में पत्थर लेकर मार रहे हैं. नाजिया ने कहा कि भारत के मुसलमानों के बच्चों को शिक्षा से कोई मतलब नहीं है, इनको हाथ में पत्थर चाहिए और मरने के बाद 72 वर्जिन हूर चाहिए. नाजिया ने कहा कि भारत में मुसलमान नहीं बल्कि भारत के 82 फीसदी सनातनी असुरक्षित हैं, क्योंकि मुसलमानों के खून में सिर्फ मारना और काटना भरा हुआ है.


भारत के हिंदुओं में है सहनशक्ति
नाजिया खान ने कहा कि भारत का कोई मुसलमान नहीं कहता कि हमको आईएएस बना दो, आईपीएस बना दो. ये लोग तो आतंकवादियों के समर्थन में नारे लगाते हैं. नाजिया ने कहा कि मुसलमानों के अंदर सहनशक्ति है ही नहीं. दूसरी तरफ 82 फीसदी होने के बावजूद भारत के सनातनी राम मंदिर के लिए वर्षों तक तपस्या किए, नाजिया ने सवाल किया कि क्या पाकिस्तान के मुसलमान एक छोटी सी भी मस्जिद के लिए इतने वर्षों का इंतजार कर सकते हैं? 



बेंगलुरू मुद्दे पर किया सवाल
नाजिया ने कहा कि अभी भारत के किसी भी मुसलमान के पास बैठो तो बोलते हैं कि हम तो संविधान को मानने वाले हैं और ये सीएए को नहीं मानेंगे एनआरसी को नहीं मानेंगे. नाजिया ने कहा कि आखिर ये दोहरा चरित्र क्यों है. नाजिया ने कहा कि बेंगलुरु में दुकान में हनुमान चालीसा बजाने पर छह मुसलमान के बच्चों ने सड़क पर घसीट-घसीटकर पीटे. अगर ऐसा ही रवैया मुसलमानों का भारत में रहा तो अब हिंदुओं के त्योहारों पर भी अजान नहीं बजने दिया जाएगा. नाजिया ने कहा कि 'मैं तो अब इस बात के पूर्ण समर्थन में हूं कि नवरात्रि में अजान नहीं बजने देंगे.' 


यह भी पढ़ेंः अल्लाह लिखा हुआ मोजे बेच रहा था इस मुस्लिम देश का स्टोर और फिर जो हुआ पढ़िए