पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने मंगलवार (26 नवंबर, 2024) को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी को पीटीआई और सरकार के बीच चल रही बातचीत को विफल करने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि वह खातून खून को सूंघ सकती और वह समझौता करने के मूड में नहीं हैं और वह लीडर बनने का ख्वाब देख रही हैं. पाकिस्तान में जेल में बंद इमरान खान की रिहाई के लिए पीटीआई के समर्थक और कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. बुशरा बीबी और खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अमीन अली गंडापुर के नेतृत्व में यह प्रदर्शन हो रहा है.
द डॉन की खबर के अनुसार सोमवार को पीटीआई और सरकार के नेताओं ने बातचीत की थी, जिसमें एक ऐसी जगह तय करने के लिए बातचीत की गई, जहां पीटीआई समर्थकों को शांति के साथ इस्लामाबाद में प्रदर्शन करने की अनुमति दी जा सके. ख्वाजा आसिफ ने आरोप लगाया कि बुशरा बीबी इस्लामाबाद के मेन एरिया में घुसकर ऐसे हालात पैदा करना चाहती हैं कि सरकार के पास पीटीआई को रोकने के लिए ताकत के इस्तेमाल के अलावा और कोई रास्ता न बचे.
ख्वाजा आसिफ ने कहा, 'अपना ख्याल है कि इस इस वक्त अब एक सूरत-ए-हाल पैदा हो गई है क्योंकि जो अटेंप्ट हुआ है मुलाकात के लिए उसमें कोई रिजल्ट नहीं निकला. कहते हैं न अंग्रेजी में, जो खातून लीड कर रही है, शी कैन स्मेल द ब्लड. उसको पता है कि मैं करीब पहुंच चुकी हूं और मैं लीडर बन गई हूं. वो खातून जो है वो एडवांटेज लेगी और गवर्नमेंट के लिए ऑबवियसली कोई रास्ता नहीं रहेगा, वन दे एंटर इस्लामाबाद. बुशरा बीबी ने सोचा है कि जो मेन एरिया इस्लामाबाद का उसमें मुझे आना है गवर्मेंट के पास कोई रास्ता नहीं रहेगा. सिर्फ इसके अलावा कि वह फोर्स से मुझे रोके.'
पीटीआई से बातचीत के सवाल पर ख्वाजा आसिफ ने दोहराया कि अब बुशरा बीबी समझौते के मूड में नहीं हैं और अब ताकत उनके हाथ में है और वह यह महसूस कर सकती हैं. उन्होंने कहा कि इमरान खान को पता है कि उनकी पत्नी परिस्थिति को कंट्रोल कर सकती हैं. उन्होंने यह भी कहा कि स्थिति अब बिगड़ने लगी है और अगर प्रदर्शनकारी डी-चौक पहुंचे और धरने पर बैठ गए तो यह देश के लिए बड़ा झटका होगा.