(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Pakistan: IMF से मदद न मिलने के बाद शहबाज शरीफ का इमरान खान पर फूटा गुस्सा, कहा- वो नहीं चाहते कि...
Pakistan Economic Crisis: कंगाली के दौर से गुजर रहे पाकिस्तान ने IMF से कर्ज पाने की चाहत में उसकी हर एक शर्त मान ली है. इसके बावजूद पड़ोसी मुल्क को आईएमएफ से कर्ज नहीं मिल पा रहा है.
Pakistan: पाकिस्तान के मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान आमने सामने है. दोनों एक दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं. शहबाज शरीफ ने पूर्व प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा है कि इमरान खान देश के अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ होने वाले सौदे में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं. वो नहीं चाहते कि पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बेहतर हो.
पीएम शहबाज शरीफ ने इमरान खान पर यह कहते हुए हमला किया कि खान एजेंडे के तहत अपने समर्थकों को सड़कों पर उतार रहे हैं, जिससे देश की स्थिति असामान्य रहे. देश में अस्थिरता के हालात बने रहे. सड़कों पर उतरकर लोग अराजकता फैलते रहें. पाकिस्तान को लेकर देश के बाहर गलत सन्देश जाए. पीएम ने आगे कहा कि सड़कों पर अराजकता पैदा करना और देश का माहौल खराब करना इमरान के एजेंडे का हिस्सा है.
दोषी हैं इमरान खान: PM
उन्होंने कहा कि इमरान खान खुद दोषी हैं. इस बात को वो बेहतर जानते हैं. तभी तो वे लगातार कानूनी कार्रवाई से बच रहे हैं. अदालत को अपना काम नहीं करने दे रहे हैं. इसके साथ ही शहबाज शरीफ ने इमरान खान पर निशाना साधते हुए कहा कि वे नहीं चाहते कि गरीब लोग महंगाई और आर्थिक दबाव से बाहर निकलें. पूर्व प्रधानमंत्री का अदालतों से बचना कायरता की हद को दर्शाता है.
IMF से नहीं मिल रही मदद
शहबाज शरीफ ने कहा कि इमरान खान ने पहले आईएमएफ कार्यक्रम को छोड़ दिया और अब अदालतों का विरोध कर रहे हैं. बता दें कि कंगाली के दौर से गुजर रहे पाकिस्तान ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से कर्ज पाने की चाहत में उसकी हर एक शर्त मान ली है. इसके बावजूद पड़ोसी मुल्क को आईएमएफ से कर्ज नहीं मिल पा रहा है.
गौरतलब है कि इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष पर निशाना साधा था. उन्होंने IMF पर पक्षपातपूर्ण और राजनीति से ग्रसित होने का आरोप लगाया था. पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा है कि आईएमएफ उनके देश के साथ निष्पक्ष व्यवहार नहीं कर रहा है. बिलावल ने कहा कि पिछले साल आई विनाशकारी बाढ़ और फिर से सिर उठा रहे आतंकवाद के कारण पाकिस्तान आर्थिक संकट का सामना कर रहा है.