Politicians Assassinated: जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) की हत्या के बाद दुनियाभर में बड़े नेताओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है. जापान (Japan) के पूर्व पीएम शिंजो आबे की हत्या की पूरी दुनिया में निंदा हो रही है. कई देशों के नेताओं ने इस घटना को लेकर शोक जताया है. भारत के पीएम मोदी से लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन ने भी इस पर दुख जाहिर किया है. शिंजो आबे सबसे लंबे वक्त तक जापान के प्रधानमंत्री रहे थे.


जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे पर जानलेवा हमला उस वक्त हुआ है जब वो नारा शहर में एक सड़क पर भाषण दे रहे थे. गोली लगने के बाद शिंजे आबे की हालत काफी गंभीर हो गई और फिर उन्हें नहीं बचाया जा सका. 


शिंजो आबे की हत्या


जापान के पूर्व पीएम को गोली लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन डॉक्टर्स की टीम उन्हें बचाने में सफल नहीं रही. हमला करने वाले शख्स को पुलिस ने तुरंत ही दबोच लिया था. हालांकि गोली मारने की वजह का अभी पता नहीं चल पाया है. पूर्व पीएम शिंजो आबे को गोली मारकर हत्या करने की घटना के बाद पुरानी यादें भी ताजा हो गईं हैं जब कई राष्ट्रप्रमुखों और बड़े नेताओं की हत्या कर दी गई थी. जानते हैं कौन हैं वो दुनिया के नेता जिनकी सरेआम हत्या कर दी गई थी.


जापान के एक और PM की हुई थी हत्या


जापान में करीब 90 साल पहले एक और प्रधानमंत्री की हत्या कर दी गई थी. मई 1932 में नेवी के कई अफसरों ने पीएम आवास में घुसकर प्रधानमंत्री इनुकाई सुयोशी का कत्ल कर दिया था. बताया जाता है कि सुयोशी की हत्या तख्तापलट की कोशिश में हुई थी. दिसंबर 1931 में में वो प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठे थे. नेवी से जुड़े एक मामलों में ब्रिटेन की सेना के साथ संधि हुई थी. इस फैसले से नौसैनिकों में काफी असंतोष बढ़ गया था.


इंदिरा गांधी


भारत की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) की हत्या 31 अक्टूबर 1984 को हुई थी. दिल्ली में उनके सरकारी आवास पर उन्हें गोली मार दी गई थी. जब वो अपने आवास के लॉन में निकली तभी उनके सिख बॉडीगार्ड्स सतवंत और बेअंत सिंह ने उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया. उनकी मौके पर ही मौत हो चुकी थी. जिस वक्त इंदिरा गांधी की हत्या की गई थी उस दौरान स्वर्ण मंदिर में ऑपरेशन ब्लू स्टार को लेकर सिख समुदाय में काफी नाराजगी थी.


राजीव गांधी


इंदिरा गांधी के बड़े बेटे राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) की हत्या 21 मई 1991 में तमिलनाडु में हुई थी. तमिलनाडु के श्रीपेरुमबुदुर में एक चुनावी सभा के दौरान उन पर आत्मघाती हमला हुआ था. लिट्टे (LTTE) की आत्मघाती महिला हमलावर ने उन्हें बम से उड़ा दिया. बताया जाता है कि भाई संजय गांधी की हवाई हादसे में निधन के बाद साल 1981 में वो अपनी मां इंदिरा गांधी को सहयोग करने के लिए राजनीति में आए थे. इंदिरा गांधी की हत्या के बाद वो भारत के प्रधानमंत्री भी बने थे. उन्हें देश में सूचना क्रांति का जनक कहा जाता है. 


बेनजीर भुट्टो


पाकिस्तान की प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो (Benazir Bhutto) की हत्या 27 दिसंबर 2007 को कर दी गई थी. बेनजीर भुट्टो की हत्या उस वक्त की गई थी जब वो रावलपिंडी में एक चुनावी रैली कर रहीं थीं. वो दो बार पाकिस्तान की प्रधानमंत्री रहीं थी. कहा जाता है कि बेनजीर की हत्या में आत्मघाती बम और गोलीबारी दोनों तरीकों का इस्तेमाल किया गया था.


जॉन एफ कैनेडी


अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी की 1963 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. राष्ट्रपति की कुर्सी संभालते हुए 2 साल ही बीते थे कि उत्तरी टेक्सास के डलास शहर में उनकी हत्या कर दी गई. उस दौरान वो अपनी पत्नी जैकलीन कैनेडी और टेक्सास के गवर्नर के साथ भारी सुरक्षा के बीच खुली कार में बैठकर दौरा कर रहे थे. उनका काफिला जैसे ही एक प्लाजा के पास पहुंचा था, तभी उन पर तीन राउंड फायरिंग हुई. इस घटना में गवर्नर भी जख्मी हो गए थे. कैनेडी को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सके. कैनेड अमेरिका के 35 और दूसरे सबसे युवा राष्ट्रपति थे.


अब्राहम लिंकन 


अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन की साल 1865 में हत्या कर दी गई थी. जिस वक्त हत्या हुई थी उस दौरान वो एक थिएटर की तरफ जा रहे थे. जॉन विल्क्स बूथ पर हत्या का आरोप लगा था. बताया जाता है कि बूथ ने पीछे से उन्हें गोली मार दी थी. अब्राहम लिंकन ने अमेरिका को गृहयुद्ध के संकट से निकाला था. उन्हें दास प्रथा को खत्म करने का भी श्रेय है.


सऊदी अरब के किंग शाह फैसल


सऊदी अरब के किंग शाह फैसल (King Shah Faisal) की हत्या 25 मार्च 1975 को कर दी गई थी. जिस वक्त उनकी हत्या हुई थी उस दौरान वो अपने दरबार में में सऊदी के लोगों की समस्याएं सुन रहे थे. इसी दौरान उनका भतीजा फ़ैसल बिन मुसाइद भी वहां मौजूद था. किंग शाह फैसल जैसे ही अपने भतीजे के पास पहुंचे तो उसने पिस्तौल से उन्हें गोली मार दी, जिसके बाद वो नीचे गिर गए. उन्हें तुरंत ही अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. साल 1964 में फैसल ने सऊदी किंग के रूप में शपथ ली थी. 


जियाउर रहमान की हत्या


बांग्लादेश (Bangladesh) के राष्ट्रपति जियाउर रहमान (Ziaur Rahman) की 30 मई, 1981 को हत्या कर दी गई थी. बांग्लादेश की सेना (Bangladesh Army) की एक टुकड़ी ने चटगांव में उनकी हत्या की घटना को अंजाम दिया था. कहा जाता है कि ये सब कर्नल मोतीउर रहमान के इशारे पर किया गया था. 


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