Lebanese Army rescued 232 migrants: लेबनान के सेलाटा शहर से लगे समुद्र तट के पास एक अवैध प्रवासियों को ले जा रहा एक जहाज डूब गया, जिसमें दो प्रवासियों की मौत हो गई. लेबनान की सेना ने रेस्क्यू अभियान चलाकर जहाज पर सवार 232 लोगों को सुरक्षित बचा लिया. सेना से मिले बयान के मुताबिक यह अभियान लेबनान की सेना ने लेबनान में मौजूद संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल के साथ मिलकर चलाया.


लेबनान की सेना ने बयान जारी कर बताया कि शरणार्थियों को ले जा रहा यह जहाज लेबनान की राजधानी बेरूत के उत्तर में स्थित सेलाटा शहर से लगे समुद्र में डूबने लगा. इस बचाव अभियान में लेबनान में मौजूद संयुक्त अंतरिम बल (UNIFIL) द्वारा संचालित तीन नौसैनिक जहाजों और एक नाव ने हिस्सा लिया.


एक महिला और एक बच्चे की मौत
रिपोर्ट के मुताबिक यह जहाज शुक्रवार की रात में लेबनान के उत्तरी इलाके से निकला था. जहाज में लेबनान, सीरिया और फिलिस्तीन के रहने वाले महिलाओं, पुरुषों के साथ बच्चे भी सवार थे, जो सुरक्षित भविष्य की तलाश में भाग रहे थे. लेबनान के दूसरे सबसे बड़े शहर के एक निवासी, जो बचने वालों के संपर्क में है, ने बताया हादसे में जिन दो की मौत हुई है उनमें एक महिला और एक बच्चा है. दोनों सीरियाई बताए गए हैं.


इसके पहले सेना ने बताया था कि नेवी पेट्रोल टीम को यात्रियों से भरे जहाज को रेस्क्यू करने के लिए भेज दिया गया है. बयान में कहा गया था कि ये सभी लोग अवैध रूप से लेबनान के जलीय क्षेत्र को पार करने की कोशिश कर रहे थे.






संयुक्त राष्ट्र बल ने की पुष्टि
वहीं लेबनान में मौजूद संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (UNIFIL) ने बचाव अभियान की पुष्टि की है. अंतरिम बल ने बताया कि उन्होंने लेबनानी सेना के द्वारा बेरूत और त्रिपोली के बीच आपात स्थिति में फंसे लोगों से भरे एक जहाज की खोजबीन और रेस्क्यू ऑपरेशन करने में मदद की थी.


इंटरनेशनल मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रेस्क्यू अभियान के दौरान बचाए गए लोगों के रिश्तेदार बड़ी संख्या में त्रिपोली बंदरगाह पर मौजूद हैं, जहां वे अपनों की सुरक्षित वापसी का इंतजार कर रहे हैं.


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